नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वंशवाद की राजनीति देश के विकास में बाधा है. विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि देश अब एक स्वर में भ्रष्टाचार, वंशवाद की राजनीति और तुष्टिकरण जैसी बुराइयों से कह रहा है ‘भारत छोड़ो’.
मोदी ने नौ अगस्त की प्रासंगिकता पर जोर देते हुए कहा कि यह तारीख महात्मा गांधी के नेतृत्व में भारत के सबसे बड़े आंदोलन की गवाह रही है, जिन्होंने अंग्रेजों को भारत छोड़ो का संदेश दिया था. उन्होंने कहा कि इस नारे का इस्तेमाल अब ऐसे तत्वों को दूर करने के लिए किया जा सकता है जो विकसित भारत के निर्माण की राह में बाधा बन गए हैं. उन्होंने कहा कि कुछ लोग भारत को एक विकसित देश बनाने की राह में बाधाएं डालने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि जनता अब भ्रष्टाचार तथा तुष्टिकरण जैसी बुराइयों को भारत से निकालने की मांग कर रही है.
स्वदेशी वस्तुओं को लेकर नई क्रांति आई राष्ट्रीय हथकरघा दिवस समारोह में भारत मंडप में प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वदेशी वस्तुओं को लेकर देश में एक नई क्रांति आई है. उन्होंने लोगों से आने वाले त्योहारों पर इसे बढ़ावा देने का आग्रह किया. मोदी के मुताबिक देश में ‘नव-मध्यम वर्ग’ का उदय हो रहा है, जो कपड़ा कंपनियों को बड़ा अवसर प्रदान करता है. देश में खादी की बढ़ती लोकप्रियता पर मोदी ने कहा कि इसकी बिक्री अब बढ़कर 1.30 लाख करोड़ रुपये हो गई है जो 2014 से पहले करीब 25,000-30,000 करोड़ रुपये थी.
पीएम ने कहा कि हमारी कोशिश है कि भारत के हथकरघा, खादी, कपड़ा क्षेत्र को विश्व गुरु बनाया जाए. एक जिला, एक उत्पाद पहल के माध्यम से विभिन्न जिलों में बने अनूठे उत्पादों को बढ़ावा मिलने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि गुजरात के ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ की तरह पूरे देश में ‘एकता मॉल’ स्थापित किए जा रहे हैं. मोदी ने कपड़ा व फैशन उद्योग से अपना दायरा बढ़ाने और भारत को दुनिया की तीन शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में ले जाने के लिए महत्वपूर्ण रूप से योगदान देने का भी आह्वान किया
उन्होंने कहा कि आज देशभर के गांवों और कस्बों में लाखों लोग हथकरघा से जुड़े हैं. इनमें ज्यादातर दलित, पिछड़े, पसमांदा और आदिवासी समाज से आते हैं. नौ वर्षों में केंद्र के प्रयासों ने इन्हें रोजगार मिलने के साथ इनकी आय भी बढ़ी है.