ओडिशा के बालासोर में ट्रेन हादसे के बाद जोनल रेलवे ने ऑन ड्यूटी ट्रेन ड्राइवरों को एसी-2,3 व स्लीपर श्रेणी में खाली बर्थ को आवंटित करने का फैसला किया है. रेल संरक्षा से जुड़े ड्राइवरों-सहायक ड्राइवरों की यात्रा सुविधा व सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह फैसला किया गया है.
रेलवे अधिकारियों ने बताया, वर्तमान में दूसरे स्टेशन से ट्रेन चलाने या लाने के लिए ड्राइवरों को ट्रेन के किसी भी श्रेणी में बर्थ का प्रावधान नहीं है. अक्सर टीटीई ट्रेन से उनको उतार देते हैं, जिससे कई बार उनको लगेज वैन में बैठकर ड्यूटी पर जाना होता है. बालासोर ट्रेन हादसे के बाद दक्षिण मध्य रेलवे ने पांच जुलाई को निर्देश जारी किया है. इसमें उल्लेख है कि ट्रेन चलाने जा रहे ड्राइवर एसी-2,3 या स्लीपर श्रेणी में यात्रा कर सकते हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, टीटीई उपलब्धता के अनुसार ड्राइवर-सहायक ड्राइवर को ट्रेन में बर्थ का आवंटन करेंगे. ड्राइवर को अपने साथ ड्यूटी पास व पहचान पत्र रखना होगा. जिसे मांगने पर उनको यह दस्तावेज दिखाने होंगे. कोच में बैठने के तुरंत बाद ड्राइवर को टीटीई को सूचित करना होगा.
टीटीई के दुर्व्यवहार पर ड्राइवर इसकी सूचना तुरंत वरिष्ठ अधिकारी को देंगे. इसी प्रकार टीटीई को हिदायद दी गई है कि ड्राइवरों से किसी प्रकार की बहस नहीं करेंगे. किसी प्रकार की समस्या के लिए आविंलब कंट्रोल रूम को सूचना देंगे. ड्राइवरों की यात्रा के संबंद्ध में कंट्रोल रूम से टीटीई को अवगत कराया जाएगा. अधिकारी ने बताया कि यह व्यवस्था अभी उक्त जोन में लागू हुई है, संभवत रेलवे के दूसरे जोन में भी इसको अपनाया जा सकता है.