धार्मिक दृष्टि से ग्रहण लगना शुभ नहीं माना जाता है. इसलिए इस दौरान कई कार्यों को करने की मनाही होती है. ग्रहण से पहले उसका सूतक शुरू हो जाता है. 25 अक्टूबर को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई देगा जिस वजह से इसका सूतक काल मान्य होगा. ये ग्रहण कार्तिक अमावस्या में और तुला राशि में लगने जा रहा है. ज्योतिष अनुसार ग्रहण में सूतक काल से ही कई कार्यों को करने की मनाही हो जाती है. जानिए ग्रहण के दौरान किन बातों का रखें ध्यान और क्या करें और क्या न करें.
सूर्य ग्रहण के दौरान क्या करें और क्या न करें
1. सूतक काल के दौरान जितना मुमकिन हो कम बोलें और भगवान की भक्ति में अपना मन लगाएं.
2. सूतक काल के दौरान ग्रहण से संबंधित ग्रह की शांति के लिए पूजा करें.
3. सूतक काल लगने के दौरान खाना नहीं बनाएं और अगर खाना बना लिया है तो उसमें तुलसी के पत्ते डालकर रख दें.
4. सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य देव के मंत्रों का जाप करें.
5. जब सूतक काल समाप्त हो जाए तो घर को साफ करें.
6. पूजा स्थल पर गंगाजल छिड़कें और घर को शुद्ध करें.
7. ग्रहण काल में गर्भवती महिलाएं घर से बाहर न निकलें और इस दौरान विशेष सावधानियां बरतनी चाहिए.
8. ग्रहण काल में दांतों की सफाई और बालों में कंघी नहीं करनी चाहिए.
9. ग्रहण के समय मल, मूत्र और शौच जैसे कार्य करना भी वर्जित है.
10. साथ ही इस दौरान चाकू और कैंची जैसी नुकीली चीजों का इस्तेमाल भी नहीं करना चाहिए.
11. सूर्य ग्रहण के दौरान सोना अशुभ माना जाता है.
12. ज्योतिषीय सुझाव की बात करें तो सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को अपने पास दूर्वा (दूब घास) रखनी चाहिए.
13. सूर्य ग्रहण को नग्न आंखों से न देखें.
14. यदि आप ग्रहण देखना चाहते हैं तो युवी फिल्टर वाले चश्मे या दूरबीन का प्रयोग करें.
15. सूर्य ग्रहण से पहले उसका सूतक लग जाता है. सूतक के समय भी इन कार्यों को करने की मनाही होती है. सूतक अशुभ समय होता है.
16. सूतक काल में घर के मंदिर में भी पूजा पाठ न करें. इसके स्थान पर मानसिक जाप करना फलदायी रहेगा.
सूर्य ग्रहण में इन लोगों को छूट
सूर्य ग्रहण के सूतक के दौरान उपरोक्त सभी कार्य वर्जित है. हालांकि बाल, वृद्धि और रोगी के लिए यह नियम मान्य नहीं है. साथ ही जिन लोगों के अंदर ये सब सहम करने की क्षमता नहीं है वो लोग खाना पीना कर सकते हैं. ग्रहण काल के टाइम यदि संभव हो तो खाने पीने से परहेज करें.