दिवाली का उत्सव: इस वर्ष दिवाली 31 अक्टूबर या 1 नवंबर को मनाई जा सकती है। यह भ्रम अमावस्या तिथि की गणना को लेकर है।
अमावस्या तिथि:
- शुरुआत: 31 अक्टूबर, दोपहर 3:52 बजे
- समापन: 1 नवंबर, शाम 6:16 बजे
लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त:
- 1 नवंबर:
- लक्ष्मी पूजा मुहूर्त: शाम 5:36 बजे से 6:16 बजे तक (41 मिनट)
- प्रदोष काल: शाम 5:36 बजे से 8:11 बजे तक
क्यों मनाएं 1 नवंबर को दिवाली?
कुछ विद्वानों का मानना है कि 1 नवंबर को लक्ष्मी पूजा करना भी उचित है, क्योंकि यह दिन सूर्योदय के समय अमावस्या तिथि में है और प्रदोष काल भी है।
मुख्य बातें
- 31 अक्टूबर: पूरी रात अमावस्या तिथि, प्रदोष और निशीथ काल।
- 1 नवंबर: शाम 5:36 बजे से 6:16 बजे तक लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त।
यह जानकारी ज्योतिष, पंचांग और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है।