साउथ सिनेमा के दो दिग्गज सितारे, सुपरस्टार धनुष और एक्ट्रेस नयनतारा, इन दिनों एक गंभीर विवाद में उलझ गए हैं। यह विवाद तब शुरू हुआ जब नेटफ्लिक्स पर नयनतारा की डॉक्युमेंट्री “नयनतारा: बियॉन्ड द फेरी टेल” रिलीज हुई। इसमें धनुष के प्रोडक्शन में बनी 2015 की फिल्म “नानुम राउडी धान” का 3 सेकंड का एक क्लिप बिना अनुमति के इस्तेमाल किया गया।
धनुष ने इसे गंभीरता से लेते हुए नयनतारा की टीम को 10 करोड़ रुपये का नोटिस भेजा। उनका दावा है कि इस क्लिप के उपयोग के लिए उनसे अनुमति नहीं ली गई। जवाब में नयनतारा ने कहा कि उनकी टीम ने बार-बार अनुमति मांगी थी, लेकिन धनुष की ओर से कोई जवाब नहीं मिला।
हाई कोर्ट में मामला पहुंचा
यह विवाद अब और गहरा गया है क्योंकि धनुष ने मद्रास हाई कोर्ट में नयनतारा और नेटफ्लिक्स के खिलाफ सिविल मुकदमा दायर कर दिया है। उन्होंने अदालत से यह अनुरोध किया है कि नेटफ्लिक्स से जुड़ी भारतीय कंपनी लॉस गैटॉस प्रोडक्शन सर्विसेज इंडिया एलएलपी को भी इस मामले में पक्षकार बनाया जाए।
क्या है ये पूरा मामला?
“नानुम राउडी धान” में नयनतारा और विजय सेतुपति मुख्य भूमिकाओं में थे।
फिल्म के निर्देशक नयनतारा के पति विग्नेश शिवन थे, जबकि धनुष इस फिल्म के निर्माता थे।
विवाद की जड़ नेटफ्लिक्स डॉक्युमेंट्री का वह 3 सेकंड का क्लिप है, जिसका उपयोग बिना अनुमति किया गया।
नेटफ्लिक्स पर असर
धनुष ने जिस कंपनी को मामले में हस्तक्षेप के लिए कोर्ट से अनुरोध किया है, वह नेटफ्लिक्स के भारत में कंटेंट प्रबंधन का जिम्मा संभालती है। अगर यह कंपनी हस्तक्षेप करती है, तो नेटफ्लिक्स इस मामले में कोई कड़ा कदम उठा सकता है।
इसके पहले भी नेटफ्लिक्स पर विवादित सामग्री को लेकर एक्शन लिया जा चुका है। 2023 में नयनतारा की फिल्म “अन्नपूर्णी” को विवादों के चलते प्लेटफॉर्म से हटा दिया गया था।