मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को उपराज्यपाल वीके सक्सेना को अपना इस्तीफा सौंप दिया। उनकी जगह आप नेता आतिशी को नई मुख्यमंत्री चुना गया है। केजरीवाल ने हाल ही में जेल से बाहर आने के बाद भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते इस्तीफा देने का फैसला किया।
इस्तीफे की प्रक्रिया
केजरीवाल ने अपनी पूरी कैबिनेट के साथ एलजी से मुलाकात कर इस्तीफा दिया। इससे पहले, विधायक दल की बैठक में 59 विधायकों ने आतिशी को विधायक दल का नेता चुना था।
क्यों चुनी गईं आतिशी?
आबकारी घोटाले में पार्टी के बड़े नेता जेल में रहने के कारण, आतिशी की विश्वसनीयता और समझदारी के चलते उन्हें मुख्यमंत्री बनाया गया। उनके लिए उपराज्यपाल के साथ अच्छे संबंध बनाना बड़ी चुनौती होगी।
सिसोदिया की सलाह
पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि आतिशी के पास दो बड़ी जिम्मेदारियाँ हैं:
- दिल्ली के लोगों के साथ मिलकर केजरीवाल को फिर से मुख्यमंत्री बनाना।
- भाजपा के विरोध के बावजूद दिल्ली की जनता को दी जाने वाली सुविधाओं को जारी रखना।
इस्तीफे के बाद का कदम
अब एलजी इस फाइल को राष्ट्रपति के पास भेजेंगे। राष्ट्रपति की अनुमति के बाद, दिल्ली कैबिनेट को फिर से शपथ दिलाई जाएगी। इस तरह, आतिशी दिल्ली की आठवीं मुख्यमंत्री बनेंगी और वह दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री हैं।
आतिशी के नाम पर पहले से थे कयास
इसके बारे में पार्टी या सरकार की ओर से कोई सूचना नहीं दी गई थी, मगर कयास जो कयास लगाए जा रहे थे, उनमें आतिशी का नाम सबसे ऊपर था। सोमवार को भी आप की पीएसी (राजनीतिक मामलों की समिति) में नए मुख्यमंत्री के नाम पर चर्चा हुई थी।
केजरीवाल ने आतिशी के नाम का रखा प्रस्ताव
इसके बाद मंगलवार को दोपहर से पहले सीएम आवास पर ही पार्टी विधायक दल की बैठक में नए मुख्यमंत्री के नाम पर चर्चा हुई। इसके बाद बैठक में पार्टी के चीफ व्हिप दिलीप पांडेय ने नए सीएम के नाम पर अरविंद केजरीवाल को ही तय करने का प्रस्ताव रखा। केजरीवाल ने आतिशी के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसका सभी विधायकों ने समर्थन किया।
इस तरह आतिशी आप दिल्ली विधायक दल की नेता चुनी गईं। बैठक के बाद पार्टी के दिल्ली संयोजक गोपाल राय ने बैठक में आतिशी को लेकर जानकारी दी।
आतिशी को दो काम करने हैं- सिसोदिया
वहीं, दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि आतिशी को सीएम रहते हुए खासकर दो काम करने हैं।
पहला, दिल्ली के दो करोड़ लोगों के साथ मिलकर अरविंद केजरीवाल को दोबारा दिल्ली का सीएम बनाना है। दूसरा अगले कुछ महीनों में दिल्ली की जनता को दी जा रहीं सुविधाओं को भाजपा की रोकने की कोशिश के बीच भी जारी रखना है।
दिल्ली की जनता की रक्षा करेंगी
उन्होंने कहा कि जनता को परेशान करने के लिए भाजपा, सीएम केजरीवाल द्वारा दी गई सुविधाओं को खत्म करने की पूरी कोशिश करेगी। उन्होंने कहा कि आतिशी की यह जिम्मेदारी है कि भाजपा के इस आतंक से दिल्ली की जनता की रक्षा करेंगी। मुझे पूरा यकीन है कि आतिशी इन कठिन जिम्मेदारियों को बखूबी निभाएंगी।
तय कार्यक्रम के अनुसार दोपहर बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी पूरी कैबिनेट के साथ राजनिवास जाकर अपना इस्तीफा एलजी वीके सक्सेना को सौंप दिया। इसके साथ ही पार्टी द्वारा उनके उत्तराधिकारी के रूप में चुनी गईं आप नेता आतिशी ने नई सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया।
दिल्ली की 8वीं मुख्यमत्री
अब एलजी इससे संबंधित फाइल को राष्ट्रपति के पास भेजेंगे और उनसे अनुमति मिलने पर दिल्ली कैबिनेट को फिर से शपथ दिलाई जाएगी। इस तरह व्यक्तियों के हिसाब से आतिशी दिल्ली की आठवीं मुख्यमंत्री बनेंगी। मगर यदि कार्यकाल के लिहाज से बात करेंगे तो आतिशी 12वीं मुख्यमंत्री होंगी। वह दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री होंगी।