Delhi Air Pollution: दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने दिल्ली में खतरनाक प्रदूषण के लिए आप सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि राजधानी में कई दिनों से वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 400 से ऊपर बना हुआ है, लेकिन दिल्ली सरकार की लापरवाही के कारण इसमें कोई सुधार नहीं हो रहा।
सरकार के कदम नाकाम
गुप्ता ने कहा कि दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी खुद मानती हैं कि लोग प्रदूषण से बीमार हो रहे हैं। लेकिन अब तक सरकार के सारे कदम फेल साबित हुए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि आतिशी ठोस योजना बनाने की बजाय पराली जलाने के आंकड़े दिखाकर राजनीति कर रही हैं। उनकी “राष्ट्रीय मेडिकल इमरजेंसी” की मांग को भी गुप्ता ने मज़ाक बताया।
अदालत और एनजीटी की नाराज़गी
गुप्ता ने कहा कि कोर्ट और नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) की फटकार के बावजूद सरकार पर कोई असर नहीं दिखता। एनजीटी ने एमसीडी की विफलताओं पर भारी जुर्माना लगाया, जो सरकार की नाकामी को साफ दिखाता है।
नवंबर 2024: सबसे प्रदूषित महीना
गुप्ता ने बताया कि AQI सिस्टम शुरू होने के बाद से इस साल का नवंबर अब तक का सबसे प्रदूषित महीना है। 1 से 23 नवंबर तक औसत AQI 388.5 रहा, जो 2021 के नवंबर के औसत 376.36 से भी खराब है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगले छह दिनों में प्रदूषण कम होने की उम्मीद नहीं है, और यह स्थिति दिसंबर-जनवरी में भी जारी रह सकती है।
एंटी-स्मॉग गन पर सवाल
गुप्ता ने कहा कि दिल्ली में लगी एंटी-स्मॉग गन बेकार हो चुकी हैं। फिर भी सरकार और गन लगाने पर विचार कर रही है, जो जनता की आंखों में धूल झोंकने जैसा है। उन्होंने पूछा कि जब पहले से लगी गन काम नहीं कर रही, तो नई गन लगाने का क्या फायदा?
राजनीति छोड़ समाधान पर ध्यान दें
गुप्ता ने मुख्यमंत्री को सलाह दी कि आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति छोड़कर 2 करोड़ दिल्लीवासियों को प्रदूषण से राहत देने के लिए ठोस उपाय करें और उन्हें तुरंत लागू करें।