कांग्रेस पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए एक बड़ा बदलाव किया है। पार्टी ने दीपक बाबरिया को हटाकर काजी मोहम्मद निजामुद्दीन को प्रदेश कांग्रेस का नया प्रभारी नियुक्त किया है। यह बदलाव पार्टी के लिए मुस्लिम समुदाय को अपने साथ लाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है, क्योंकि विधानसभा चुनाव में इस समुदाय का समर्थन बहुत अहम हो गया है।
क्यों हुआ बदलाव?
- बाबरिया का हटना: कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया विवादों में थे और उनके नेतृत्व में पार्टी कई समस्याओं से जूझ रही थी। लोकसभा चुनाव के दौरान अरविंदर सिंह लवली ने इस्तीफा दे दिया था और भाजपा में शामिल हो गए थे, जिससे पार्टी को झटका लगा।
- काजी मोहम्मद का चयन: काजी मोहम्मद निजामुद्दीन की नियुक्ति मुस्लिम समुदाय को कांग्रेस की प्रतिबद्धता का सशक्त संदेश देने के लिए की गई है। वह उत्तराखंड से विधायक और पूर्व कांग्रेस सचिव रहे हैं।
स्क्रीनिंग कमेटी का गठन
कांग्रेस ने उम्मीदवारों के चयन के लिए स्क्रीनिंग कमेटी भी बनाई है, ताकि चुनाव में उम्मीदवारों का चयन पारदर्शी और रणनीतिक तरीके से किया जा सके।
- कमेटी के सदस्य:
- इमरान मसूद (सांसद और रसीद मसूद के परिवार से)
- मीनाक्षी नटराजन (कांग्रेस की प्रमुख नेता)
- प्रदीप नरवाल (नए नेतृत्व के रूप में)
यह कमेटी पार्टी के लिए एक मजबूत कदम साबित हो सकती है, जो विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों का चयन जनता की उम्मीदों और पार्टी की विचारधारा के अनुरूप करेगी।