आम चुनाव में कांग्रेस ने कई राज्यों में बेहतर प्रदर्शन किया है, पर कुछ राज्यों में पार्टी का प्रदर्शन खराब रहा है. ऐसे में पार्टी संसद सत्र के बाद खराब प्रदर्शन वाले राज्यों में हार के कारणों पर विचार करेगी. समीक्षा बैठक के बाद पार्टी इन राज्यों के संगठन में बदलाव कर सकती है.
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि करीब एक दर्जन राज्यों में पार्टी का प्रदर्शन बेहद कमजोर रहा है. इनमें उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल सहित कई राज्य शामिल हैं. पार्टी बिहार में अपने प्रदर्शन से भी बहुत खुश नहीं है. ऐसे में पार्टी इन राज्यों में हार की समीक्षा करेगी. पश्चिम बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी पहले ही अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी से इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं. उपचुनाव को देखते हुए फिलहाल उन्हें पद पर बने रहने के लिए कहा गया है. पर पार्टी ने पश्चिम बंगाल में नए सिरे से संगठन तैयार करने का मन बना लिया है. छत्तीसगढ़ में पार्टी को लगातार दो झटके लगे हैं. विधानसभा चुनाव में हार के बाद पार्टी का लोकसभा में प्रदर्शन बेहद खराब रहा. पार्टी सिर्फ एक सीट जीत पाई, जबकि 2019 में पार्टी को दो सीट मिली थी. इसके साथ वोट प्रतिशत भी कम हुआ है. बिहार में पार्टी तीन सीट जीती है, पर रणनीतिकार मानते हैं कि प्रदर्शन में सुधार की काफी संभावनाएं थी. ऐसे में पार्टी समीक्षा बैठक के दौरान कमियों को दूर करने का प्रयास करेगी.
गांधी और आंबेडकर की मूर्ति मूल स्थान पर लगे खरगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने संसद भवन परिसर में स्थानांतरित की गई मूर्तियों को उनके मूल स्थान पर स्थापित करने की मांग की है. इस बाबत खरगे ने लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति को एक पत्र भी लिखा है. इस पत्र में उन्होंने कहा कि मूर्तियों को मनमाने ढंग से स्थानांतरित किया गया है, यह लोकतंत्र की मूल भावना का उल्लंघन है.