छत्तीसगढ़ में हाल के दिनों में एक के बाद एक गंभीर घटनाएं सामने आ रही हैं, जिसने राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बलौदाबाजार, कवर्धा लोहारीडीह के बाद अब सूरजपुर में एक दिल दहलाने वाली घटना घटी, जहां आरोपियों ने एक पुलिसकर्मी की पत्नी और बेटी को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया। इस जघन्य अपराध ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है और कानून-व्यवस्था की स्थिति पर गहरी चिंता जताई जा रही है।
इस तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कल शुक्रवार को गृह विभाग की एक आपात बैठक बुलाई है। इस बैठक में उप मुख्यमंत्री और गृहमंत्री विजय शर्मा के साथ राज्य के डीजीपी और सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शामिल होंगे। बैठक सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री निवास पर होगी, जिसमें प्रदेश में मौजूदा कानून व्यवस्था, नक्सल अभियान और अन्य सुरक्षा उपायों की समीक्षा की जाएगी।
विशेषज्ञों के अनुसार, सूरजपुर की घटना के बाद यह बैठक बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि मुख्यमंत्री साय पुलिस अफसरों को सख्त निर्देश देने वाले हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि कानून-व्यवस्था सुधारने के लिए सरकार क्या ठोस कदम उठाती है और राज्य में अपराधों पर नकेल कसने के लिए किस प्रकार की रणनीति बनाई जाती है।