देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून के रेंजर्स ग्राउंड में सरस मेला-2024 का उद्घाटन किया, जहां उन्होंने न केवल स्थानीय संस्कृति को प्रोत्साहित किया, बल्कि महिला स्वयं सहायता समूहों की मेहनत की सराहना भी की। इस मेले में मुख्यमंत्री ने महिलाओं से सीधी बातचीत की और उनके द्वारा बनाए गए अद्भुत उत्पादों की जानकारी ली।
सीएम धामी ने बताया कि इस मेला के माध्यम से स्थानीय उत्पादों को एक बड़ा मंच मिलता है, जो कि न केवल उत्तराखंड बल्कि पूरे देश में महिला सशक्तीकरण का प्रतीक है। उन्होंने गर्व से कहा कि उनकी सरकार ने अब तक एक लाख महिलाओं को “लखपति दीदी” बना दिया है और अगले 25 वर्षों में डेढ़ लाख महिलाओं को इसी श्रेणी में लाने का लक्ष्य रखा है।
इस अवसर पर, उन्होंने प्रदेशभर में महिलाओं के उत्पादों की बिक्री के लिए आउटलेट खोलने का वादा किया। मुख्यमंत्री ने कहा, “स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाएं एक नई पहचान बना रही हैं। सरस मेला हमारी स्थानीय संस्कृति को जीवंत रखने का एक बेहतरीन जरिया है।”
कोरोना काल के दौरान भी, सरकार ने महिलाओं का साथ नहीं छोड़ा और स्वयं सहायता समूहों को 84 करोड़ रुपये की सहायता दी। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य में 67 हजार स्वयं सहायता समूहों में पांच लाख महिलाएं जुड़ी हुई हैं, और 53 हजार समूहों को ऋण प्रदान किया गया है।
धामी ने अपनी बात समाप्त करते हुए कहा, “हमारी सरकार हर स्तर पर महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। ये समूह केवल आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि सामाजिक बदलाव का भी प्रतीक हैं।” इस तरह, सरस मेला न केवल उत्पादों का प्रदर्शन करता है, बल्कि उत्तराखंड की महिलाएं किस तरह से अपने हक और पहचान के लिए संघर्ष कर रही हैं, यह भी दर्शाता है।