नई दिल्ली: पीएम मोदी के ‘हनुमान’ कहे जाने वाले चिराग पासवान ने राजनीति में एक बार फिर अपनी स्पष्टता और साहस दिखाया है। कई मुद्दों पर बीजेपी से अलग राय रखने के बावजूद, उन्होंने एनडीए के साथ अपने संबंधों को लेकर एक बड़ा बयान दिया। चिराग ने साफ कहा कि चाहे कोई भी गठबंधन हो या मंत्री पद, जैसे ही उन्हें लगेगा कि आरक्षण या संविधान के साथ खिलवाड़ हो रहा है, वो तुरंत मंत्री पद छोड़ देंगे। इस बयान के बाद अटकलें तेज़ हो गईं कि क्या चिराग एनडीए से दूरी बना सकते हैं?
हालांकि, चिराग ने इन अटकलों पर स्पष्ट किया कि उन्हें और पीएम मोदी को कोई अलग नहीं कर सकता। उन्होंने साफ कहा, “जो लोग मेरे प्रधानमंत्री के साथ मेरे संबंधों से परेशान हैं, उन्हें बता दूं कि पीएम मोदी से मुझे कोई नहीं अलग कर सकता।”
अपने दिवंगत पिता रामविलास पासवान की विरासत का जिक्र करते हुए, चिराग ने कहा कि जैसे उनके पिता ने सिद्धांतों के साथ कोई समझौता नहीं किया, वैसे ही वो भी सत्ता के लिए कोई गलत फैसला नहीं लेंगे। मंगलवार को, उन्होंने एक बार फिर स्पष्ट किया कि अगर कभी सिद्धांतों के साथ समझौता करना पड़ा, तो वो बिना हिचकिचाहट मंत्री पद को लात मार देंगे।
चिराग का यह बयान उनके दृढ़ राजनीतिक दृष्टिकोण और प्रधानमंत्री मोदी के प्रति उनकी निष्ठा को और मज़बूत करता है। उन्होंने यह भी दोहराया कि जब तक नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री हैं, तब तक वो एनडीए में रहेंगे, जिससे एनडीए छोड़ने की सभी अटकलों पर पूर्णविराम लग गया।