मुख्यमंत्री का निर्विरोध चयन: आज, 29 सितम्बर 2024 को मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ का निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया। यह चुनाव राजधानी रायपुर के न्यू सर्किट हाउस में आयोजित एक विशेष आमसभा में संपन्न हुआ। रिटर्निंग ऑफिसर अशोक कुमार अग्रवाल ने साय के अध्यक्ष चुने जाने की औपचारिक घोषणा की। इस बैठक में अन्य 10 उपाध्यक्षों का भी निर्विरोध चुनाव हुआ, जिसमें मंत्री केदार कश्यप और सांसद बृजमोहन अग्रवाल शामिल थे।
खेलों के प्रति प्रतिबद्धता
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने नव निर्वाचित पदाधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में खेल को आगे बढ़ाने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा। उन्होंने राज्य में खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं होने की बात पर जोर दिया और बताया कि उनकी सरकार खेलों के विकास के लिए लगातार अधोसंरचना और फैसलों पर ध्यान दे रही है। उनका लक्ष्य है कि प्रदेश के खिलाड़ी ओलंपिक में भाग लें और मेडल जीतकर लाएं।
जिला स्तर पर जिम्मेदारी
साय ने सुझाव दिया कि संघ के सभी पदाधिकारियों को एक-एक जिले की जिम्मेदारी दी जाए। इस पहल से उन अंचलों में लोकप्रिय खेलों को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि नवनिर्वाचित पदाधिकारी खेल और उसकी प्रशासनिक व्यवस्था में अनुभवी हैं, जो खिलाड़ियों के लिए फायदेमंद साबित होगा।
सुविधाओं की आवश्यकता
सांसद और उपाध्यक्ष बृजमोहन अग्रवाल ने प्रदेश में प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की संख्या पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्हें बेहतर सुविधाएं और प्रशिक्षण देने की आवश्यकता है। उन्होंने मुख्यमंत्री के नेतृत्व में खेलों को बढ़ावा देने के लिए चल रही पहलों की सराहना की। इसके साथ ही, उन्होंने राजधानी रायपुर में स्काउट गाइड के राष्ट्रीय जंबूरी 2025 के आयोजन की सहमति का जिक्र किया।
संघ के नए पदाधिकारियों की सूची
छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ की इस विशेष आमसभा में उपाध्यक्ष के रूप में बृजमोहन अग्रवाल, केदार कश्यप, विजय बघेल, और अन्य का निर्विरोध चुनाव हुआ। महासचिव के रूप में विक्रम सिंह सिसोदिया और कोषाध्यक्ष के पद पर संजय मिश्रा का चयन हुआ। इसके अलावा, संयुक्त सचिव और कार्यकारिणी सदस्यों के रूप में भी कई व्यक्तियों का चयन किया गया।
खेल के एंबेसडर
बृजमोहन अग्रवाल ने इस बात पर जोर दिया कि खिलाड़ी प्रदेश के एंबेसडर होते हैं, जो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ की पहचान बनाते हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ को भी इस दिशा में सक्रिय रहना चाहिए, ताकि खिलाड़ियों को उनके सपनों को पूरा करने में सहायता मिल सके। इस महत्वपूर्ण बैठक में ऑब्जर्वर दिग्विजय सिंह भी उपस्थित रहे, जो इस नए सफर का साक्षी बने।