छत्तीसगढ़: नक्सलगढ़ बस्तर में लोकसभा चुनाव का प्रथम चरण का मतदान 19 अप्रैल को होना है. अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी नीलेश कुमार महादेव क्षीरसागर ने बताया, बस्तर में 300 से ज़्यादा बूथ संवेदनशील है. यहां सुरक्षा के पुख़्ता इंतज़ाम किए गए हैं. सेंट्रल से मिले सुरक्षा जवानों के साथ छत्तीसगढ़ में तैनात जवानों को चुनाव कार्यों में लगाया गया है.
बस्तर में चुनाव करवाना फोर्स के लिए हमेशा चुनौती रही है। इस बार लोकसभा चुनाव के लिए बस्तर पुलिस खुद को तैयार बता रही है। पत्रिका ने बस्तर आईजी सुंदरराज पी. से बात करते हुए जाना कि लोकसभा चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न करवाने का फार्मूला क्या तय हुआ है। इस पर उन्होंने बताया कि चुनाव के लिए 80 हजार जवान चप्पे-चप्पे पर तैनात रहेंगे। साथ ही बस्तर संभाग में स्थापित हो चुके 75 कैंप भी सुरक्षित चुनाव में अहम भूमिका निभाएंगे।
उन्होंने बताया, जहां पर अनहोनी की आशंका है ऐसे 200 से ज़्यादा बूथों को शिफ़्ट किया गया है. शिफ्टिंग करते वक़्त ये ध्यान रखा गया है कि मतदाताओं को परेशानी न हो. हेली एम्बुलेंस और एयर एम्बुलेंस जगदलपुर में तैनात किया गया. तीन दिन पहले 16 अप्रैल को मतदान टीम को रवाना किया जाएगा. मतदाता परेशान न हो गर्मी को देखते हुए व्यवस्था के लिए इस बार चार गुना ज़्यादा राशि दी गई है. इस राशि के आधार पर जिला निर्वाचन अधिकारी से व्यवस्था की जानी है.
क्षीरसागर ने बताया, मतदाताओं को गर्मी से राहत दिलाने के लिए छाया की व्यवस्था की गई है. पीने की पानी जैसे अन्य सुविधाओं की व्यवस्था की गई है. संवेदनशील क्षेत्र है, जिसे देखते हुए तैयारी पूरी कर ली गई है.