छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों के लिए तीन चरणों में वोट डाले गए. पहले चरण में 19 अप्रैल को सिर्फ नक्सल प्रभावित बस्तर सीट पर मतदान हुआ. दूसरे चरण में 26 अप्रैल को तीन सीटों- राजनांदगांव, महासमुंद और कांकेर में मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. 7 मई को सम्पन्न हुए तीसरे चरण में सात सीटों- सरगुजा, रायगढ़, जांजगीर-चंपा, कोरबा, बिलासपुर, दुर्ग और रायपुर में वोट डाले गए. पहले चरण की वोटिंग के दौरान बस्तर में 56 गांवों के लोगों ने पहली बार अपने ही गांवों में बनाए गए मतदान केंद्रों में वोट डाला. इस चरण में 84.67 प्रतिशत वोटिंग हुई.
दूसरे चरण में 74.07 फीसदी मतदान हुआ. तीसरे चरण में 71.06 प्रतिशत मदतान हुआ. एक जून को आए एग्जिट पोल बीजेपी के लिए गुडन्यूज लेकर आए हैं. पिछले चुनाव के मुकाबले इस बार बीजेपी को बढ़त मिलती दिख रही है. एग्जिट पोल के अनुसार, बीजेपी को इस बार 10 सीटें जबकि कांग्रेस के खाते में एक सीट आएगी. यदि अनुमान नतीजों में तब्दील हो जाते हैं तो यह देश की सबसे पुरानी पार्टी के लिए बड़ा झटका है. 2019 में बीजेपी को 9 सीटों पर जीत मिली थी. चुनाव के दौरान कांग्रेस दावा कर रही थी कि उसे भगवा पार्टी से ज्यादा सीट मिलेंगी लेकिन सर्वे के नतीजे अलग तस्वीर पेश कर रहे हैं. विधानसभा चुनाव में हार के बाद राज्य में कांग्रेस के संगठन को झटका लगा था जिसका बीजेपी को फायदा मिल सकता है. लोकसभा सीटों की गिनती शुरू हो गई है.
सरगुजा-राजनांदगांव से कांग्रेस आगे
सरगुजा से कांग्रेज उम्मीदवार आगे, रायपुर से बीजेपी के बृजमोहन अग्रवाल आगे और राजनांदगांव से भूपेश बघेल आगे चल रहे हैं.
बीजेपी 6, कांग्रेस तीन सीटों पर आगे
छत्तीसगढ़ में बीजेपी छह सीटं पर तो कांग्रेस तीन सीटों पर आगे चल रही है. राजनांदगांव से पूर्व सीएम भूपेश बघेल बढ़त बनाए हुए हैं.