छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के आबकारी अधिकारी मोहित जायसवाल को निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई तब की गई जब जिले की शराब दुकानों में अधिक कीमत पर शराब बेचे जाने की कई शिकायतें प्राप्त हुईं।
इस मामले की जांच के लिए चार अधिकारियों की एक टीम का गठन किया गया, जिसने तुमगांव और झलप की दुकानों का निरीक्षण किया। जांच में यह पाया गया कि इन दुकानों में शराब की बिक्री अधिक मूल्य पर की जा रही थी।
इसके अलावा, दुकानों के कर्मचारियों को बिना वर्दी और बिना उचित पर्ची के काम करते हुए भी देखा गया, जिससे स्पष्ट होता है कि वहां अव्यवस्था फैली हुई थी। इन गंभीर अनियमितताओं के कारण मोहित जायसवाल पर सख्त कार्रवाई की गई है।
राज्य सरकार का यह कदम शराब बिक्री में अनुशासन और पारदर्शिता सुनिश्चित करने की दिशा में उठाया गया है। क्या आपको लगता है कि इस कार्रवाई से अन्य अधिकारियों में सुधार आएगा?