भारी गिरावट का सामना: भारतीय शेयर बाजार में सोमवार को भारी गिरावट आई, जिसमें सेंसेक्स 1300 अंकों से अधिक टूट गया। इस गिरावट ने निवेशकों को लगभग 9 लाख करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया, जो वैश्विक अस्थिरता और आर्थिक चिंताओं का परिणाम है।
बाजार की वर्तमान स्थिति
शेयर बाजार का कारोबार लाल निशान पर शुरू हुआ। बीएसई का सेंसेक्स 702.69 अंक (0.88%) गिरकर 79,021.43 पर पहुंच गया, जबकि एनएसई का निफ्टी 218.55 अंक (0.9%) गिरकर 24,085.80 पर कारोबार कर रहा था।
नकारात्मक रुझान और प्रमुख लूजर
इस दिन मार्केट का रुख नकारात्मक रहा, जहां 1777 शेयर लाल निशान पर और केवल 507 शेयर हरे निशान पर थे। प्रमुख लूजरों में सन फार्मा, रिलायंस, टाटा मोटर्स और इंफोसिस शामिल थे, जबकि कुछ कंपनियों जैसे एम एंड एम और टेक महिंद्रा में मामूली बढ़त देखी गई।
वैश्विक घटनाओं का प्रभाव
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों के परिणामों का भारतीय बाजार पर गहरा प्रभाव पड़ेगा। आर्थिक स्थिति, मुद्रास्फीति, और फेडरल रिजर्व की नीतियों का भी बाजार पर असर होगा।
निवेशकों के लिए चुनौती
बीएसई में मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में लगभग 2 प्रतिशत की गिरावट आई है, जिससे बाजार पूंजीकरण 448 लाख करोड़ से घटकर 439 लाख करोड़ हो गया। इस अस्थिरता ने छोटे और मिडकैप निवेशकों के लिए चुनौतियों को बढ़ा दिया है।
निवेशक गतिविधियाँ
1 नवंबर को विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने 211 करोड़ रुपये की बिक्री की, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 377 करोड़ रुपये की खरीदारी की। यह दर्शाता है कि बाजार में बिकवाली के बावजूद घरेलू निवेशक संभावनाओं की तलाश कर रहे हैं।