चंडीगढ़: चंडीगढ़ से बेंगलुरु की यात्रा करने वाले 70 वर्षीय सुनील जंद और उनकी पत्नी वीणा कुमारी के लिए एयरपोर्ट पर हुई परेशानी का अंत हुआ एक बड़े फैसले के साथ। इंडिगो एयरलाइंस ने इन बुजुर्गों को व्हीलचेयर देने में लापरवाही बरती, जिसके बाद जिला उपभोक्ता आयोग ने एयरलाइन पर एक लाख रुपये का हर्जाना लगाया।
11 अक्टूबर 2023 को, सुनील और वीणा अपनी फ्लाइट पकड़ने के लिए चंडीगढ़ एयरपोर्ट पहुंचे थे। उनकी टिकट में दो व्हीलचेयर की व्यवस्था पहले से ही थी, क्योंकि सुनील को बेंगलुरु में घुटनों का ऑपरेशन करवाना था और उनकी पत्नी भी सर्जरी से गुजर चुकी थीं। लेकिन एयरपोर्ट पर, व्हीलचेयर के लिए उन्हें घंटों इंतजार करना पड़ा, और जब मदद मिली भी, तो एयरलाइन स्टाफ ने उनका ठीक से ध्यान नहीं रखा।
चंडीगढ़ एयरपोर्ट से बेंगलुरु के लिए उनकी फ्लाइट उड़ान भरने से पहले उन्हें एक घंटे तक बिजनेस लाउंज में इंतजार कराना पड़ा, और जब बोर्डिंग का समय आया, तो कोई भी उन्हें लेने नहीं आया। फ्लाइट के चलने से महज 10 मिनट पहले उन्हें व्हीलचेयर से विमान तक पहुंचाया गया। बेंगलुरु एयरपोर्ट पर भी वही लापरवाही बरती गई, जहां उन्हें फिर से व्हीलचेयर के लिए इंतजार करना पड़ा।
इस पूरी घटना के बाद, सुनील जंद ने एयरलाइन के खिलाफ उपभोक्ता आयोग में शिकायत दायर की। एयरलाइन के मैनेजर ने माफी मांगते हुए उन्हें दो हजार रुपये का वाउचर देने की कोशिश की, लेकिन सुनील ने इसे नकार दिया और कानूनी रास्ता अपनाया।
आयोग ने एयरलाइन को लापरवाही का दोषी ठहराते हुए बुजुर्ग दंपती को 50-50 हजार रुपये मुआवजा देने का आदेश दिया। आयोग ने यह भी कहा कि एयरलाइनों की जिम्मेदारी है कि वे बुजुर्ग और बीमार यात्रियों का खास ध्यान रखें।