चंडीगढ़ : हरियाणा के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस अपनी पार्टी के सभी मौजूदा 28 विधायकों को टिकट देने जा रही है। 22 विधायकों को टिकट देने का फैसला केंद्रीय चुनाव समिति की तीन दिन पहले नई दिल्ली में हुई बैठक में लिया जा चुका है, जबकि बाकी बचे छह विधायकों को चुनावी रण में उतारने का निर्णय बुधवार को लिया गया है।
कांग्रेस राज्य की 90 विधानसभा सीटों में से 66 पर अपने उम्मीदवार तय कर चुकी है, जबकि बाकी बची 24 विधानसभा सीटों पर सिंगल नाम का पैनल तैयार करने के लिए चार वरिष्ठ नेताओं की कमेटी को अधिकृत किया गया है। छह सितंबर के बाद किसी भी समय होने वाली कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में इन बाकी बची 24 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नाम को लेकर अंतिम निर्णय ले लिया जाएगा।
कांग्रेस के इस समय 28 विधायक हैं। इनमें से तीन विधायक राव दान सिंह, धर्म सिंह छौकर और सुरेंद्र पंवार को टिकट नहीं देने की जिद पर पार्टी प्रभारी अड़े हुए थे। समालखा के विधायक धर्म सिंह छौकर और उनके बेटे के विरुद्ध आपराधिक केस दर्ज हैं। उन्होंने गुरुग्राम में लोगों से पैसे लेने के बावजूद समय पर फ्लैट प्रदान नहीं किए, जिसकी शिकायत पार्टी प्रभारी के पास पहुंची।
इसी तरह, महेंद्रगढ़ के विधायक राव दान सिंह और उनके बेटे के विरुद्ध भी इसी तरह की शिकायत पार्टी प्रभारी के पास पहुंची थी। सोनीपत के विधायक सुरेंद्र पंवार को ईडी पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। अभी पंवार जेल मे हैं। इन तीन विधायकों के अलावा तीन विधायक ऐसे थे, जिनकी रिपोर्ट अच्छी नहीं थी, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा पार्टी नेताओं को समझाया गया कि यदि विधायकों का टिकट काटा गया तो इससे पार्टी को फायदा कम और नुकसान ज्यादा हो सकता है। इसलिए पार्टी ने सभी विधायकों को चुनाव लड़वाने का निर्णय ले लिया है।
सुरेंद्र पंवार के स्थान पर उनकी पुत्रवधू को टिकट दिया जा सकता है। हरियाणा में पांच सितंबर से नामांकन आरंभ हो रहे हैं। इसलिए कांग्रेस उम्मीदवारों की पहली लिस्ट पांच सितंबर की रात अथवा छह सितंबर को आने की संभावना है। 24 विधानसभा सीटों पर कई-कई दावेदार होने की वजह से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता टीएस सिंहदेव, मधुसूदन मिस्त्री, अजय माकन, भूपेंद्र सिंह हुड्डा और पार्टी प्रभारी दीपक बाबरिया को इनकी स्क्रीनिंग कर सिंगल नाम का पैनल तैयार करने को कहा गया है।