Bhai Dooj Upay: वैदिक पंचांग के अनुसार, दिवाली के दो दिन बाद भाई दूज का पर्व मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाई को तिलक लगाकर उनके अच्छे स्वास्थ्य और उज्ज्वल भविष्य की कामना करती हैं। हरिद्वार के ज्योतिषी पंडित श्रीधर शास्त्री के अनुसार, भाई दूज का पर्व भाई-बहन के रिश्ते को समर्पित होता है। इस साल 2024 में भाई दूज 3 नवंबर को मनाया जाएगा।
भाई दूज का शुभ मुहूर्त
पंडित श्रीधर शास्त्री के अनुसार, 3 नवंबर को दोपहर 1:10 से 3:22 तक का समय तिलक के लिए शुभ है। इस मुहूर्त में तिलक करने से भाई की आयु और यश में वृद्धि होती है।
भाई दूज पर ध्यान रखने योग्य बातें
तिलक करते समय पहले आटे से एक चौक बनाएं और भाई को पूर्व दिशा की ओर मुंह करके खड़ा करें। इसके बाद शुभ मुहूर्त में तिलक करें। ऐसा करने से भाई की आयु और यश में वृद्धि होगी।
यमुना में स्नान का महत्व
अगर संभव हो तो भाई दूज पर भाई-बहन यमुना में स्नान करें, इससे विशेष लाभ मिलता है। यदि यमुना में स्नान संभव न हो, तो घर पर स्नान करते समय देवी यमुना के मंत्रों का जाप करें। पौराणिक कथाओं के अनुसार, देवी यमुना यमराज की बहन हैं, और इस दिन यमराज अपनी बहन के साथ यह पर्व मनाने आते हैं। यमुना स्नान और मंत्र जाप से धन, यश, और आयु में वृद्धि होती है।