दिल्ली की वायु गुणवत्ता संकट में: दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) गंभीर स्थिति में है, जिसमें बुधवार के मुकाबले गुरुवार को 306 तक की गिरावट आई। यह प्रदूषण की गंभीरता को दर्शाता है।
सीजेआई की चिंता
सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश, डीवाई चंद्रचूड़ ने बताया कि बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण उन्होंने सुबह टहलना बंद कर दिया है। डॉक्टरों ने घर के अंदर रहने की सलाह दी है।
गंभीर श्रेणी में AQI
दिल्ली के कई इलाकों, जैसे रोहिणी और द्वारका, में AQI 400 के पार पहुंच गया है, जो कि गंभीर श्रेणी में आता है। अन्य क्षेत्रों में भी वायु गुणवत्ता बेहद खराब है।
स्वास्थ्य पर प्रभाव
सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा कि वायु प्रदूषण गंभीर समस्या बन चुका है, जिससे सांस संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। सभी को अपनी सेहत के प्रति सतर्क रहना चाहिए।
प्रदूषण रोकने के उपाय
बर्खास्त बस मार्शल को फिर से बहाल किया गया है। ये मार्शल अगले चार महीनों तक वायु प्रदूषण की रोकथाम में मदद करेंगे। उपराज्यपाल ने इस संबंध में मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है।
मुख्यमंत्री का वादा
मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने वादे के अनुसार मार्शलों को चार महीने में स्थायी करने का आश्वासन दिया है।
दिल्ली सरकार की कार्रवाई
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने 1 नवंबर से चार महीने के लिए प्रदूषण की रोकथाम के लिए मार्शलों की नियुक्ति के निर्देश दिए हैं। सरकार इस योजना पर काम कर रही है।
केंद्र की भूमिका
केंद्र ने माना कि दिल्ली सरकार मार्शलों को वेतन दे सकती है, जो प्रदूषण की रोकथाम में सहायक होंगे। यह कदम दिल्ली की वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए आवश्यक है।