आपने ये कहावत तो जरूर सुनी होगी कि, ‘ऊपर वाला जब भी देता है, छप्पड़ फाड़ के देता है’ या फिर ‘इंसान की किस्मत किसी भी पल बदल सकती है’. तिरुवनंतपुरम के एक ऑटो चालक अनूप के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ है. ऑटो चालक की किस्मत ऐसी पलटी कि वो रातों रात करोड़पति बन गए. दरअसल, ऑटो चालक ने केरल ओणम रैफल में 25 करोड़ रुपए का प्रथम पुरस्कार जीता है. विजेता अनूप अपनी पत्नी, एक बच्चे और मां के साथ श्रीवराहम में रहते हैं. 2021 का ओणम बम्पर रैफल भी एक ऑटोरिक्शा चालक जयपालन पी.आर. ने जीता था.
जीत का टिकट अनूप ने पझावंगडी गणपति मंदिर के पास एक स्थानीय एजेंट से लिया था. भगवती एजेंसियों के अनुसार, अनूप ने अपने करीबी परिवार के सदस्य सुजया से टिकट लिया था, जो एजेंसी के उप-एजेंट थे. टैक्स और अन्य बकाया राशि में कटौती के बाद अनूप को पुरस्कार राशि के रूप में 15 करोड़ रुपये मिलेगे.
‘मुझे लॉटरी नहीं जीतनी चाहिए थी’
टैक्स और बाकी बकाया राशि में कटौती के बाद अनूप को पुरस्कार राशि के तौर पर 15 करोड़ रुपये की राशि मिलेगी. अनूप ने आगे कहा, ‘अब मैं सच में यह सोचता हूं कि मुझे लॉटरी नहीं जीतनी चाहिए थी. क्योंकि अब ये मेरे लिए एक बड़ी परेशानी बन गया है. मैं घर के बाहर भी नहीं जा सकता. लोग लगातार मुझसे अपने लिए मदद मांग रहे हैं.’ उन्होंने कहा, ‘मैं अपने सोशल मीडिया अकाउंट का इस्तेमाल लोगों को ये बताने के लिए कर रहा हूं कि मुझे अभी तक पुरस्कार राशि नहीं मिली है.’
‘मेरे मन की शांति भंग हो गई है’
अनूप को अब इस बात का अफसोस होने लगा है कि अगर वह लोगों को पैसे नहीं देते, तो उनके अपने लोग ही उनके दुश्मन बन जाएंगे. अनूप ने कहा, ‘मैंने तय नहीं किया है कि इन पैसों का क्या करना है. अभी फिलहाल मैं दो साल तक इन पैसों को बैंक में रखूंगा. मैं वास्तव में चाहता हूं कि मेरे पास इन पैसों को नहीं होना चाहिए था. इतनी बड़ी रकम जीतने के बजाय काश मैंने कम राशि जीती होती, तो बेहतर होता.’ उन्होंने कहा, ‘मेरे पड़ोसी मुझसे नाराज हैं. लोग मेरे चारों ओर भीड़ लगाते हैं कि मैं विजेता हूं. मेरे मन की शांति भंग हो गई है.’