Atul Subhash Suicide Case : बेंगलुरु के मराठाहल्ली में एक दुखद घटना ने सबका ध्यान खींचा। आईटी प्रोफेशनल अतुल सुभाष की आत्महत्या के बाद, उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया और परिवार पर गंभीर आरोप लगे। पुलिस ने मामले में सख्त कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपियों के खिलाफ मामला कैसे दर्ज हुआ?
अतुल के भाई विकास कुमार ने पुलिस को शिकायत दी, जिसके आधार पर बीएनएस की धारा 108 और 3(5) के तहत एफआईआर दर्ज हुई। इसमें चार लोगों के नाम सामने आए:
निकिता सिंघानिया (पत्नी)
निशा सिंघानिया (सास)
अनुराग सिंघानिया (साला)
सुशील सिंघानिया (चाचा ससुर)
पुलिस की बड़ी कार्रवाई
आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने दो राज्यों में छापेमारी की:
निकिता सिंघानिया को हरियाणा के गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया।
निशा और अनुराग सिंघानिया को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से पकड़ा गया।
गिरफ्तार तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
मामले की कहानी क्या है?
34 वर्षीय आईटी प्रोफेशनल अतुल सुभाष ने पत्नी और ससुराल वालों की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली।
उन्होंने मरने से पहले 1.5 घंटे का वीडियो और 24 पन्नों का सुसाइड नोट छोड़ा।
इन साक्ष्यों में उन्होंने बताया कि कैसे पत्नी और परिवार के लालच और षड्यंत्र ने उनकी जिंदगी बर्बाद कर दी।
साथ ही, उन्होंने कानूनी प्रक्रिया में देरी और भ्रष्टाचार पर भी सवाल उठाए।
दो साल में 120 तारीखें, फिर भी न्याय नहीं
अतुल ने दो साल तक कोर्ट की 120 तारीखों का सामना किया, लेकिन न्याय नहीं मिल सका। निराश होकर उन्होंने आत्महत्या को ही आखिरी रास्ता मान लिया।
पुलिस के लिए चुनौती
एफआईआर में नामजद सभी आरोपी पुलिस से भाग रहे थे। लेकिन मराठाहल्ली पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपियों को दबोच लिया।