राजस्थान: जोधपुर की ब्यूटीशियन अनीता चौधरी (Anita choudhary)के हत्याकांड का मुख्य आरोपी गुलामुद्दीन आखिरकार पुलिस की गिरफ्त में आ गया। जोधपुर कमिश्नरेट पुलिस ने नवी मुंबई पुलिस की मदद से उसे दबोच लिया है, और अब उसे आज जोधपुर लाया जाएगा, जहाँ उसकी गिरफ्तारी की जाएगी। हालांकि, पुलिस ने गुलामुद्दीन को जोधपुर लाने के समय के बारे में चुप्पी साध रखी है। उसकी गिरफ्तारी के बाद, उम्मीद की जा रही है कि कई बड़े राज सामने आएंगे, क्योंकि इस हत्या के पीछे कुछ प्रभावशाली लोगों की कथित मिलीभगत हो सकती है। वहीं, मृतका के परिजन सीबीआई से जांच कराने की मांग कर रहे थे, लेकिन अब पुलिस ने मुख्य आरोपी को पकड़ लिया है, जिससे जांच में नई दिशा मिलने की उम्मीद है।
इस बीच, हत्याकांड को आठ दिन हो चुके हैं, लेकिन Anita choudhary का पोस्टमार्टम अब तक नहीं हुआ है। उसका शव अभी भी छह टुकड़ों में एम्स अस्पताल की मोर्चरी में रखा हुआ है। पोस्टमार्टम न होने के कारण सवाल उठ रहे हैं कि कहीं इसके पीछे कोई साजिश तो नहीं है। पुलिस ने इस मामले में अनीता के पति मनमोहन और बेटे राहुल पर जांच में सहयोग न करने का आरोप लगाया है। गुरुवार को पुलिस अफसरों ने दोनों को सफीना नोटिस देने के लिए धरना स्थल पर पहुंचने की कोशिश की, लेकिन दोनों ही वहां से गायब थे। इसके बाद पुलिस ने नोटिस चिपकाया और मनमोहन के घर पर भी ताला पाया, तो वहां भी नोटिस चिपका दिया गया।
इससे पहले पुलिस ने हत्याकांड को लूट के इरादे से किया गया अपराध बताते हुए मुख्य आरोपी गुलामुद्दीन की पत्नी आबिदा को गिरफ्तार किया था, लेकिन अनीता के परिवारवाले इस पर विश्वास नहीं कर पा रहे। उनका कहना है कि यह हत्या लूट के लिए नहीं, बल्कि किसी और वजह से की गई है।
इसी बीच, Anita choudhary के पति और उसकी सहेली सुनीता उर्फ सुमन सेन की एक बातचीत का ऑडियो सामने आया है, जिसमें उन्होंने तैयब अंसारी पर अनीता की हत्या का शक जताया था। इस दौरान कुछ तस्वीरों और वीडियो का भी जिक्र हुआ था। पुलिस अब इस मामले में लूट, बदला और ब्लैकमेलिंग के सभी पहलुओं से जांच कर रही है। हालांकि, अनीता के परिजनों का जांच में सहयोग न करना और धरना स्थल से गायब हो जाना पुलिस को नए शक की ओर ले जा रहा है, और ये मामले में और जटिलताएँ पैदा कर रहे हैं।