विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) ने 11 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। इस सूची ने राजनीतिक माहौल गरमा दिया है। विपक्षी पार्टियों ने AAP पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
टिकट: अपने बाहर, दूसरे अंदर
आप ने कई मौजूदा विधायकों के टिकट काट दिए और कांग्रेस व भाजपा से आए नेताओं को मौका दिया। सूची के 11 में से 6 उम्मीदवार दूसरी पार्टियों से आए हैं। इसे विपक्ष “इनाम” बता रहा है।
भाजपा का वार
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, “लोगों को उम्मीद थी कि अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, आतिशी और अन्य बड़े नेताओं का नाम पहली सूची में होगा। लेकिन उनकी गैरमौजूदगी बताती है कि AAP का नेतृत्व सत्ता विरोधी लहर से डरा हुआ है।”
साथ ही “शीश महल” विवाद से जनता का ध्यान हटाने के लिए जल्दबाजी में सूची जारी करने का भी आरोप लगाया गया।
कांग्रेस का कटाक्ष
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा, “AAP अपने जनाधार और भरोसे को खो चुकी है। दूसरी पार्टियों के नेताओं को टिकट देना बताता है कि पार्टी में अपने भरोसेमंद चेहरे नहीं बचे।”
जनाधार खत्म होने का आरोप
विपक्ष का कहना है कि जनता AAP सरकार और विधायकों से नाराज है, इसलिए पार्टी को बाहर से नेता लाकर टिकट देना पड़ रहा है।