कोरबा : छत्तीसगढ़ के एक सुदूर गांव से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने सरकार की महत्वाकांक्षी महतारी वंदन योजना पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस योजना के तहत दी जाने वाली सहायता राशि के कारण एक महिला की जान चली गई। मामला जिला मुख्यालय से 100 किलोमीटर दूर पसान थाना क्षेत्र के सैला गांव का है, जहां पति ने महतारी वंदन योजना के पैसों के लिए अपनी ही पत्नी की हत्या कर दी।
हत्या का दर्दनाक घटनाक्रम
ग्राम सैला की सुन्नी बाई को सरकार की ओर से महतारी वंदन योजना के तहत 1000 रुपये मिले थे। 5 अक्टूबर को सुन्नी बाई और उसके पति महिपाल ने मिलकर बैंक से यह रकम निकाली। लेकिन इसके बाद दोनों ने 200 रुपये शराब पर खर्च कर दिए और बाकी बचे 800 रुपये को लेकर झगड़ा शुरू हो गया। सुन्नी बाई ने जब अपने पति से बचे हुए पैसे मांगे, तो महिपाल ने यह कहते हुए मना कर दिया कि पैसे खत्म हो गए हैं। इसी विवाद ने हिंसक मोड़ ले लिया, और महिपाल ने गुस्से में अपनी पत्नी को बेरहमी से मुक्के मार-मारकर मौत के घाट उतार दिया।
शराब बनी अनजाने मौत की वजह
स्थानीय पुलिस के अनुसार, इस विवाद के पीछे मुख्य वजह शराब थी। महतारी वंदन योजना के पैसों का दुरुपयोग करते हुए, पति-पत्नी ने शराब खरीदी और एक साथ पी। इसके बाद बचे हुए पैसे को लेकर दोनों में झगड़ा बढ़ता चला गया, और परिणामस्वरूप सुन्नी बाई की हत्या हो गई।
न्याय की प्रक्रिया
घटना के बाद सुन्नी बाई को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने मामले की जांच करते हुए 6 अक्टूबर को शॉर्ट पीएम रिपोर्ट के आधार पर महिपाल को गिरफ्तार कर लिया। महिपाल ने हत्या की बात कबूल कर ली, और उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।