
विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी ने किसानों की कर्जमाफी का वादा किया था. तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने शुक्रवार को राज्य के किसानों के लिए 2 लाख रुपये की ऋण माफी की घोषणा कर दी है. उन्होंने कहा, “मंत्रिमंडल ने 2 लाख रुपये तक के कृषि ऋण को माफ करने का फैसला किया. पिछली सरकार ने अपने 10 साल के शासन में केवल 28,000 करोड़ रुपये के कृषि ऋण माफ किए थे. पिछली सरकार ने कृषि ऋण माफी योजना का लाभ उठाने के लिए 11 दिसंबर 2018 को कट ऑफ लगा दिया था.”
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने कहा कि ऋण माफी की शर्तों सहित इसका पूरा विवरण बाद में घोषित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि ऋण माफी से राज्य के खजाने पर लगभग 31,000 करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा. इससे पहले, पिछली बीआरएस सरकार ने भी इसी तरह की योजना की घोषणा की थी. राज्य के खजाने पर 28,000 करोड़ रुपये का बोझ पड़ा था.
रेड्डी ने बयान में कहा, “सरकार ने किसानों के कल्याण के लिए ऋण माफ करने का फैसला किया है. पिछली सरकार ने दस साल तक किसानों से किया अपना वादा पूरा नहीं किया. हमारी सरकार राज्य में सत्ता में आने के आठ महीने के भीतर किसानों से किया वादा पूरा कर रही है.”
बैठक के बाद रेड्डी ने किसानों की निवेश सहायता योजनाओं ‘रायथु भरोसा’ के तौर-तरीकों को अंतिम रूप देने के लिए उपमुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क की अध्यक्षता में एक कैबिनेट उप-समिति के गठन की भी घोषणा की. उन्होंने बयान में कहा कि कैबिनेट उप-समिति राजनीतिक दलों और अन्य हितधारकों के साथ विचार-विमर्श करेगी और 15 जुलाई तक अपनी रिपोर्ट पेश करेगी.
आपको बता दें कि इस साल की शुरुआत में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने वादा किया था कि अगर उनकी पार्टी केंद्र में सत्ता में आती है तो किसानों का ऋण माफ कर दिया जाएगा.