बेंगलुरु में महालक्ष्मी की क्रूर हत्या ने पूरे शहर में हड़कंप मचा दिया है। इस मामले में नई जानकारी सामने आई है। पुलिस ने बताया है कि 29 वर्षीय महालक्ष्मी की हत्या के मुख्य आरोपी का शव ओडिशा में मिला है। ऐसा प्रतीत होता है कि उसने आत्महत्या कर ली है। महालक्ष्मी का कटा-फटा शव उसके घर के फ्रिज में पाया गया था। पुलिस उपायुक्त शेखर एच. टेक्कन्नावर के अनुसार, आरोपी मुक्तिराजन प्रताप रॉय ने पुलिस के डर से यह कदम उठाया।
कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि पुलिस को जानकारी मिली थी कि आरोपी ओडिशा में छिपा हुआ है, जिसके बाद उसे पकड़ने के लिए कई टीमें भेजी गईं। इस हत्या ने बेंगलुरु के लोगों को चौंका दिया है, और पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया। रॉय की पहचान मुख्य संदिग्ध के रूप में की गई थी, और ओडिशा में उसके ठिकाने का पता लगाने के लिए पुलिस ने काम किया।
ओडिशा के भद्रक इलाके में एक पेड़ से लटकी लाश की पहचान मुक्ति रंजन राय के रूप में हुई। उसके पास से एक बैग, नोटबुक और स्कूटी भी मिली। सुसाइड नोट में उसने स्वीकार किया कि उसने बेंगलुरु में महालक्ष्मी की हत्या की और उसके शव को टुकड़ों में काटकर फ्रिज में रख दिया।
पिछले शनिवार को महालक्ष्मी की हत्या की खबर ने सभी को चौंका दिया। यह हत्या इतनी बेरहमी से की गई थी कि इसकी तुलना 2022 में दिल्ली में श्रद्धा वाकर के मामले से की जा रही है, जहां पीड़िता के शरीर के टुकड़े किए गए थे। महालक्ष्मी का शव उसकी मां और बहन ने उसके घर पर पाया, जिसे कई टुकड़ों में काटकर फ्रिज में छिपा दिया गया था।
पुलिस ने बताया कि महालक्ष्मी के शव के 50 से अधिक टुकड़े किए गए। मल्लेश्वरम इलाके की एक इमारत में हत्या के बाद यह सब किया गया। बेंगलुरु पुलिस ने अशरफ नाम के एक व्यक्ति को हिरासत में लिया और उससे पूछताछ की, जिसे महालक्ष्मी के पति ने आरोपी बताया था। पहले खबर आई थी कि महिला के शव के 30 टुकड़े किए गए थे, लेकिन बाद में यह संख्या 50 से अधिक हो गई।