
तेलंगाना के नागरकुरनूल जिले में श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (SLBC) सुरंग में फंसे 8 मजदूरों को बचाने के लिए बचाव अभियान तेज हो गया है।
बचाव अभियान में तेजी
अब उत्तराखंड के सिलक्यारा सुरंग में फंसे मजदूरों को बचाने वाली विशेषज्ञ टीम भी इस अभियान में शामिल हो गई है। हालांकि, सुरंग में कीचड़ और पानी ज्यादा होने से बचाव कार्य में मुश्किलें आ रही हैं।
फंसे मजदूरों तक पहुंचने की कोशिश
नागरकुरनूल के जिला कलेक्टर बी संतोष के मुताबिक, हादसा सुरंग के प्रवेश द्वार से 13 किलोमीटर अंदर हुआ है। बचाव टीम मजदूरों से 40 किलोमीटर दूर तक पहुंच चुकी है और मशीनों की मदद से आगे बढ़ रही है। साथ ही, पानी निकालने का काम भी जारी है।
बचाव की उम्मीदें
तेलंगाना के मंत्री जुपल्ली कृष्ण राव ने कहा कि सभी मजदूरों के सुरक्षित बचने की संभावना कम है, लेकिन पूरी कोशिश की जा रही है। अंदर फंसे 8 लोगों में 4 मजदूर, 2 कंपनी कर्मचारी और 2 अंतरराष्ट्रीय कर्मचारी शामिल हैं।
कैसे हुआ हादसा?
22 फरवरी की सुबह 8:30 बजे सुरंग के अंदर 3 मीटर की छत ढह गई। उस वक्त सुरंग में 60 लोग काम कर रहे थे, जिनमें से 52 किसी तरह बच निकले, लेकिन 8 लोग अंदर ही फंस गए।
रेस्क्यू ऑपरेशन में कौन-कौन शामिल?
बचाव अभियान में सेना, राष्ट्रीय और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF-SDRF) के 265 सदस्य जुटे हैं। साथ ही, उत्तराखंड के सिलक्यारा सुरंग हादसे में 41 मजदूरों को बचाने वाली टीम के 6 विशेषज्ञ भी इस अभियान में मदद कर रहे हैं।
इस हादसे पर सभी की नजरें टिकी हैं, और बचाव टीम मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है।