
बूंदी. राजस्थान के बूंदी जिले के केशवरायपाटन के सिविल न्यायाधीश का एक आदेश सुर्खियों में है. जिसमें उन्होंने बार-बार तलब करने पर भी एक ASI के हाजिर नहीं होने पर कापरेन थानाधिकारी को जल्द से जल्द वारंट तामील कराने का निर्देश है.
‘भगवान’ को कोर्ट में करें पेश
बूंदी जिले के केशवरायपाटन के सिविल न्यायाधीश विकास नेहरा का यह आदेश सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने बार-बार तलब करने पर भी एएसआई के हाजिर नहीं होने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि ‘गवाह भगवान सिंह को स्वर्गलोक से पाताललोक तक तलाश कर गवाह की तामील आवश्यक रूप से करवाया जाना सुनिश्चित करें’, ताकि पुराने प्रकरणों का समय से निस्तारण किया जा सके.
पांच जुलाई को होगी सुनवाई

स्थानीय सूत्रों के अनुसार, ASI भगवान सिंह का तबादला कुछ महीने पहले ही कोटा रेंज में हो गया था. और अब भगवान सिंह कोटा शहर के एक थाने में तैनात हैं. न्यायिक मजिस्ट्रेट ने अपने आदेश में लिखा कि गवाह भगवान सिंह, पुलिस थाना कापरेन में एएसआई के पद पर कार्यरत रहते हुए कई मामलों के अनुसंधानकर्ता रहे हैं. उन पत्रावलियों में गवाह भगवान सिंह अंतिम साक्षी के रूप में अभियोजन की ओर से शेष है. कोर्ट में लगातार तलब किए जाने पर भी भगवान सिंह के उपस्थित नहीं होने से साक्ष्य अभियोजन लेखबंद नहीं हो सके हैं. ये मामले 5 साल से ज्यादा पुराने हैं. इसलिए कोर्ट ने सख्त टिप्पणी करते हुए गवाह की पेशी के लिए 5 जुलाई की तारीख तय की है.
थानेदार को जानकारी नहीं
सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद यह लेटर सुर्खियों में है. लेटर में मेंशन तारीख देखने पर पता चलता है कि इसे 20 जून को जारी किया गया है. जब इस बारें में कापरेन थानाधिकारी सुरेश गुर्जर से बात की गई तो उन्होंने ऐसे किसी लेटर की जानकारी होने से इनकार कर दिया. SHO ने इस बावत कहा कि वो इस लेटर में बारे में जानकारी ले रहे हैं.
सोशल मीडिया पर वायरल है लेटर
बूंदी जिले के केशवरायपाटन के सिविल न्यायाधीश विकास नेहरा का यही आदेश सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने बार-बार तलब करने पर भी एएसआई के हाजिर नहीं होने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि ‘गवाह भगवान सिंह को स्वर्गलोक से पाताललोक तक तलाश कर अगली सुनवाई में पेश किया जाए ताकि पुराने प्रकरणों का समय से निस्तारण किया जा सके.