
जबलपुर. जिले की 11 निजी स्कूलों ने अवैध फीस वसूली और बुक फिक्सिंग कर अभिभावकों से मनमानी तरीके से 81 करोड़ रुपए की अवैध फीस वसूली की. अभिभावकों की शिकायत और पत्रिका के खुलासे के बाद जबलपुर जिला प्रशासन ने सोमवार को 51 आरोपियों को नामजद किया. इनमें स्कूल संचालक, बुक सेलर और मुद्रक-प्रकाशक शामिल हैं. 11 स्कूलों के प्राचार्य, मैनेजर, डायरेक्टर, तीन बुक स्टोर संचालक समेत 80 पर एफआईआर दर्ज की गई है.
पुलिस ने सोमवार सुबह पांच बजे से ही छापामार कार्रवाई कर 20 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, 31 की तलाश चल रही है. आरोपियों ने बुक फिक्सिंग कर 4 करोड़ रुपए से अधिक दलाली खाई. कलक्टर दीपक सक्सेना और एसपी आदित्य प्रताप सिंह ने सोमवार को मीडिया को इस काले कारनामे की जानकारी देकर बताया कि पहले चरण में 11 स्कूलों के 21 हजार बच्चों के अभिभावकों से 81.30 करोड़ रुपए वसूली के रेकॉर्ड मिलने पर कार्रवाई की है. सभी के खिलाफ गैर जमानती धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई की.
80% किताबें फर्जी
जांच में यह बात भी सामने आई कि स्कूलों में लगने वाली 80 प्रतिशत नई किताबों में फर्जी या डुप्लीकेट आईएसबीएन नंबर डला हुआ था. उनकी जांच की गई, तो प्रकाशक और बुक विक्रेताओं की स्कूल प्रबंधन से मिलीभगत उजागर हुई. एफआइआर के अनुसार स्कूल संचालकों ने कमीशन खोरी के चक्कर में ऐसी किताबों को भी पाठ्यक्रम में शामिल किया, जो गैर जरूरी थीं और उनका पढ़ाई से कोई मतलब नहीं था. इन पर दोनों का कमीशन था.