70वीं BPSC प्रीलिम्स परीक्षा को रद्द करने की मांग पर पटना में पिछले कुछ दिनों से भारी विरोध प्रदर्शन जारी है। अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर गांधी मैदान से लेकर सीएम हाउस तक प्रदर्शन कर रहे हैं। रविवार को यह प्रदर्शन हिंसक हो गया जब पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए लाठीचार्ज किया।
गांधी मैदान में अभ्यर्थियों का जमावड़ा
रविवार को जनसुराज के नेता प्रशांत किशोर के नेतृत्व में अभ्यर्थियों का बड़ा हुजूम गांधी मैदान में जमा हुआ। प्रशासन ने इस सभा की अनुमति नहीं दी थी, लेकिन इसके बावजूद बड़ी संख्या में लोग मैदान के अंदर और बाहर जुट गए। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने की कोशिश की, लेकिन जब वे नहीं हटे, तो गांधी मैदान के गेट बंद कर दिए गए।
लाठीचार्ज की शुरुआत
शाम 5 बजे के करीब प्रदर्शनकारियों ने सीएम आवास की ओर मार्च शुरू किया। पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए जेपी गोलंबर पर बैरिकेडिंग की, लेकिन जब प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेडिंग तोड़ी, तो पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज किया। इस दौरान प्रदर्शनकारी दो भागों में बंट गए, लेकिन फिर से जेपी गोलंबर पर इकट्ठा हो गए।
रात में प्रदर्शन पर सख्ती
रात करीब 8:30 बजे प्रदर्शनकारियों ने जेपी गोलंबर पर डेरा जमा रखा था। प्रशासन ने बार-बार चेतावनी दी, लेकिन जब प्रदर्शनकारी नहीं माने, तो पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया और फिर लाठीचार्ज कर दिया। इस दौरान कई अभ्यर्थी घायल हो गए।
प्रशांत किशोर विवादों में क्यों?
लाठीचार्ज के बाद जनसुराज के नेता प्रशांत किशोर विवादों में घिर गए हैं। पटना यूनिवर्सिटी के छात्रों ने उन पर प्रदर्शन को हाइजैक करने का आरोप लगाया। छात्रों का कहना है कि प्रशांत किशोर ने अपने राजनीतिक एजेंडे के लिए इस आंदोलन का इस्तेमाल किया। सांसद पप्पू यादव ने एक वीडियो साझा किया, जिसमें प्रदर्शनकारी अभ्यर्थी प्रशांत किशोर पर नाराजगी जताते नजर आए।