नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित हुए 24 घंटे भी नहीं बीते हैं और केंद्र में सरकार बनाने को लेकर हलचल शुरू हो गई है. बीजेपी ने 240 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर आई है, लेकिन बहुमत से कुछ दूर है. बीजेपी को अब टीडीपी और जेडीयू सहित सहयोगी दलों का सहारा लेना पड़ेगा. बुधवार सुबह जब आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और बिहार के सीएम नीतीश कुमार एक ही विमान में साथ बैठे दिखे, तो राजनीतिक अटकलें तेज हो गईं. विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ को 234 सीटें मिली हैं, जिससे यह सवाल उठता है कि आखिर किसका राजतिलक होगा? केंद्र में सरकार कौन बनाएगा?
एनडीए के समीकरण:
एनडीए को लोकसभा चुनाव में 292 सीटें मिली हैं, जबकि सरकार बनाने के लिए 272 सीटों की जरूरत होती है. एनडीए की 292 सीटों में बीजेपी की 240, टीडीपी की 16, जेडीयू की 12, शिवसेना (शिंदे) की 7, एलजेपी (रामविलास) की 5, जेडीएस की 2, आरएलडी की 2, जेएसपी की 2, एजीपी की 1, यूपीपीएल की 1, एजेएसयूपी की 1, एनसीपी की 1, हम की 1 और अपना दल की 1 सीट शामिल हैं. अब सवाल यह उठता है कि विपक्षी गठबंधन इंडिया जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार को अपने पाले में लाने की कोशिश कर सकता है. नीतीश कुमार पहले भी कई बार पाला बदल चुके हैं, इसलिए यह संभावना और भी चर्चित हो जाती है.
नीतीश और चंद्रबाबू नायडू ने साथ छोड़ा तो क्या होगा?
अगर नीतीश कुमार एक बार फिर एनडीए छोड़कर इंडिया में शामिल होते हैं, तो उनके 12 सांसदों के हटने से एनडीए की संख्या घटकर 280 हो जाएगी, जो सरकार बनाने के लिए पर्याप्त है. अगर चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी भी विपक्ष के साथ जाती है, तो उनके 16 सांसदों के हटने से एनडीए की संख्या घटकर 264 हो जाएगी. ऐसी स्थिति में एनडीए 8 सीटों से बहुमत से पीछे रह जाएगा. इस स्थिति में जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआरसीपी के 4 सांसदों और 7 निर्दलीयों की मदद से एनडीए सरकार बना सकता है.
क्या इंडिया गठबंधन सरकार बना सकता है?
विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ को 234 सीटें मिली हैं. इनमें कांग्रेस की 99, समाजवादी पार्टी की 37, तृणमूल कांग्रेस की 29, डीएमके की 22, शिवसेना (यूबीटी) की 9, एनसीपी (शरद पवार) की 8, आरजेडी की 4, सीपीएम की 4, आईयूएमएल की 3, आम आदमी पार्टी की 3, जेएमएम की 3, जेकेएनसी की 2, वीसीके की 2, सीपीआई की 2, सीपीआई (एमएल) की 2 और केसी, आरएलटीपी, बीएडीवीपी, एमडीएमके और आरएसपी की 1-1 सीट शामिल हैं. विपक्षी गठबंधन सरकार बनाने के लिए 38 सीटें कम है.
38 सीटें कहां से आएंगी?
विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ को बहुमत के लिए 38 सीटों की जरूरत है. अगर पप्पू यादव को छोड़कर 6 निर्दलीय और आजाद समाज पार्टी के चंद्रशेखर का समर्थन मिलता है, तो संख्या 234 से बढ़कर 241 हो जाएगी. इसके बाद भी 31 सीटों की कमी रहेगी. अगर नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू भी शामिल होते हैं, तो 269 सीटें हो जाएंगी. फिर भी 3 सीटें कम होंगी. इन तीन सीटों के लिए विपक्ष को अपना दल (1) और आरएलडी (2) को साथ लेना होगा, जिससे बहुमत हो जाएगा. इस स्थिति में सबसे बड़ा सवाल यही होगा कि गठबंधन की सरकार में प्रधानमंत्री का पद किसे मिलेगा?