
Maharashtra Election 2024: ठाणे शहर के राजनीतिक अखाड़े में एक बार फिर हलचल मच गई है, क्योंकि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को कोपरी-पाचपाखाडी से उम्मीदवार घोषित किया गया है। उनके साथ ही आधा दर्जन से अधिक कैबिनेट मंत्रियों को भी उनकी पारंपरिक सीटों से मैदान में उतारा गया है। लेकिन इस बार चुनावी समर सिर्फ सत्ता की लड़ाई नहीं है, यह उस विद्रोह की कहानी का नया अध्याय है, जो जून 2022 में तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ लड़ा गया था।
शिंदे और उनके साथियों की नई जंग
मुख्यमंत्री शिंदे, जो ठाणे शहर के कोपरी-पाचपाखाडी से चुनाव लड़ रहे हैं, के साथ इस बार उनके विश्वस्त साथी भी चुनावी मैदान में ताल ठोकते नज़र आएंगे। जलगांव ग्रामीण से गुलाबराव पाटिल, सावंतवाड़ी से दीपक केसरकर, सिल्लोड से अब्दुल सत्तार, पाटन से शंभुराज देसाई और नासिक के मालेगांव आउटर से दादा भुसे चुनाव लड़ेंगे। वहीं, मंत्री उदय सामंत रत्नागिरी और तानाजी सावंत परांदा से मैदान में उतारे गए हैं।
इसके साथ ही मुंबई के माहिम से सदा सर्वणकर भी अपनी दावेदारी पेश करेंगे, जो पिछले चुनावी परिणामों के बाद से चर्चा में हैं।
रिश्तों का खेल
इस चुनाव में सिर्फ मंत्री ही नहीं, बल्कि उनके रिश्तेदार भी जोर-शोर से मैदान में उतरने जा रहे हैं। राजापुर से मंत्री उदय सामंत के भाई किरण सामंत, सांगली के खानपुर से दिवंगत विधायक अनिल बाबर के बेटे सुहास बाबर, और मुंबई के जोगेश्वरी (पूर्व) से शिवसेना के लोकसभा सदस्य रवींद्र वाईकर की पत्नी मनीषा वाईकर चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि रिश्तों की यह राजनीति चुनावी समीकरण कैसे बदलती है।
महायुति की रणनीति पर नज़र
शिवसेना के इस कदम के साथ वह महाराष्ट्र की दूसरी बड़ी पार्टी बन गई है जिसने उम्मीदवारों की घोषणा की है। हालांकि, भाजपा और शिवसेना की महायुति ने अब तक सीट बंटवारे की औपचारिक घोषणा नहीं की है। भाजपा पहले ही 99 उम्मीदवारों की सूची जारी कर चुकी है, और अब सभी की नज़र इस महागठबंधन की रणनीति पर है कि वे किस प्रकार से 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए अपनी चुनावी चालें चलेंगे।