
नई दिल्ली . लोकसभा की 543 सीटों पर सात चरणों में हुए मतदान के बाद मंगलवार को इसके नतीजे सामने आएंगे. 80 दिनों तक चली प्रक्रिया के बाद 8,360 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होगा. इन नतीजों के साथ यह साफ हो जाएगा कि देश की बागडोर कौन संभालेगा.
एक तरफ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) है तो दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन. हालांकि, एग्जिट पोल में एक बार फिर से मोदी सरकार की वापसी का अनुमान लगाया गया है. लोकसभा चुनाव के साथ ही आंध्र प्रदेश और ओडिशा विधानसभा चुनाव के नतीजे भी मंगलवार को घोषित होंगे.
सुबह आठ बजे गिनती शुरू चुनाव आयोग के अनुसार लोकसभा चुनाव की मतगणना की प्रक्रिया सुबह आठ बजे से शुरू होगी. सबसे पहले पोस्टल बैलट की गिनती होगी. पोस्टल बैलट की गिनती के आधे घंटे के बाद ईवीएम के वोटों की गिनती शुरू होगी. सुबह नौ बजे से रुझान आने लगेंगे.
अंतिम परिणाम शाम छह बजे से दोपहर करीब दो बजे से नतीजे आने शुरू होंगे. ईवीएम के वीवीपैट से मिलान, वीवीपैट पर्ची काउंटिंग और पोस्टल बैलट जोड़ने के बाद फाइनल रिजल्ट शाम छह बजे तक घोषित होने की संभावना है.
सभी के जीत के दावे नतीजे आने से पहले दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी जीत के दावे किए. केंद्रीय मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह सहित भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन और मतगणना की तैयारियों पर चर्चा के लिए सोमवार को बैठक की. वहीं, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उम्मीद जताई है कि लोकसभा चुनाव के परिणाम एग्जिट पोल के बिल्कुल अलग होंगे. कांग्रेस ने गठबंधन के घटकदलों के नेताओं को मंगलवार शाम तक दिल्ली पहुंचने का आग्रह किया है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की.
अगर एग्जिट पोल सही साबित हुए
इस बार लगभग सभी एग्जिट पोल और पोल ऑफ पोल्स में राजग को 350 से 400 सीटें मिलती दिखाई गई हैं. यह अनुमान अगर परिणाम में बदला तो यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम और वायदों का जनादेश होगा. इससे उन्हें तीसरे टर्म में नीतियों के कार्यान्वयन में आसानी होगी.
एग्जिट पोल के अनुमान अगर पूरी तरह पलट गए
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे 295 सीटें जीतने का दावा कर रहे हैं. इंडिया गठबंधन के घटक दल भी इस दावे से सहमत नजर आ रहे हैं. अगर चुनाव परिणाम भी ऐसे ही आते हैं, तो सरकार बनाने के दौरान गठबंधन को अपना नेता चुनने में चुनौती पेश आ सकती है.
आंशिक रूप से सही साबित होने पर
अगर एग्जिट पोल पूरी तरह सत्य नहीं हुए और राजग को कुछ कम सीटें आईं तो भी राजग सरकार बनाने की स्थिति में होगा. ऐसे में मोदी के नेतृत्व को चुनौती नहीं दिखती, क्योंकि घटक दलों ने उनके नेतृत्व में ही चुनाव लड़ा है.
इन सीटों पर निगाहें
- यूपी रायबरेली, अमेठी
- बिहार मधुबनी, गया, शिवहर,सारण,वैशाली
- दिल्ली उत्तर-पूर्व और पूर्वी दिल्ली सीट
- मध्य प्रदेश छिंदवाड़ा
- तमिलनाडु कोयंबटूर
फैसला आने के बाद क्या होगा
नतीजे आने के बाद सबसे पहले राष्ट्रपति बहुमत वाले दल या चुनाव पूर्व गठबंधन को मिलने वाले बहुमत के आधार पर सरकार बनाने के लिए आमंत्रित कर सकती हैं.
मोदी लहर में बढ़ती गईं भाजपा की सीटें
मोदी लहर के दौरान लोकसभा चुनावों में भाजपा की सीटें लगातार बढ़ती गईं. बीते दो चुनाव में भाजपा ने एग्जिट पोल के अनुमानों से कहीं ज्यादा सीटें हासिल कीं.
‘आप’ को खाता खुलने की उम्मीद
राजधानी दिल्ली में कांग्रेस के साथ गठबंधन के बाद आम आदमी पार्टी को खाता खुलने की उम्मीद है. विधानसभा चुनाव में प्रचड जीत के बाद भी आप ने अब तक कोई सीट नहीं जीती है.
एग्जिट पोल से झूमे निफ्टी और सेंसेक्स
‘एग्जिट पोल’ से उत्साहित निवेशकों ने सोमवार को जमकर खरीदारी की. इससे सेंसेक्स पहली बार 76 हजार के पार निकल गया. वहीं, निफ्टी में 733 अंक की जोरदार तेजी आई.