
मुंबई . दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को उद्धव ठाकरे से उनके आवास पर मुलाकात की. इसके बाद दिल्ली सरकार पर अध्यादेश को लेकर उन्होंने कहा कि केंद्र को उच्चतम न्यायालय पर भरोसा नहीं है.
मुंबई में शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से उनके आवास पर हुई मुलाकात के बाद केजरीवाल ने कहा कि सीबीआई और ईडी जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर राज्य सरकारों को गिराया जा रहा है.वहीं, उद्धव ने केजरीवाल से मुलाकात के बाद कहा कि हम उन ताकतों को हराने के लिए एक साथ आए हैं, जो लोकतंत्र के खिलाफ हैं.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने भी दिल्ली का साथ देने का एलान कर दिया है. इससे पहले पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, बिहार के सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव इस अध्यादेश का राज्यसभा में विरोध करने का एलान कर चुके हैं.
मुंबई में हुई मुलाकात के दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के लोगों को शिवसेना और उद्धव ठाकरे का भी साथ मिल गया है. हम सभी मिलकर जन विरोधी और दिल्ली विरोधी कानून को राज्यसभा में पास नहीं होने देंगे. वहीं, उद्धव ठाकरे ने कहा कि दिल्ली के अधिकारों को लेकर सुप्रीम कोर्ट की ओर से दिया गया फैसला लोकतंत्र के लिए बहुत जरूरी था, लेकिन केंद्र ने अध्यादेश लाकर इसे पलट दिया. लोकतंत्र विरोधी लोगों से देश के संविधान को बचाने के लिए हम सभी साथ हैं.
केजरीवाल राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में सेवाओं के नियंत्रण से जुड़े केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ ‘आप’ की लड़ाई में शिवसेना (यूबीटी) का समर्थन मांगने के लिए उद्धव से मिले. उन्होंने कहा कि उद्धव ने राज्यसभा में (सेवा पर नियंत्रण संबंधी केंद्र के अध्यादेश से जुड़े) विधेयक के खिलाफ मतदान करने का भरोसा दिलाया है. राज्यसभा में शिवसेना (यूबीटी) के तीन सांसद हैं. वहीं, उद्धव ने कहा कि उच्चतम न्यायालय का आदेश लोकतंत्र के लिए अहम है. हमें देश और संविधान की रक्षा के लिए एक साथ आना होगा.’
उद्धव से मुलाकात के दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, ‘आप’ के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह और राघव चड्ढा तथा दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी भी केजरीवाल के साथ थीं.