
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा कि विपक्षी दलों का गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) अगर सत्ता में आता है तो वह किसानों की आवाज बनेगा और ऐसी नीतियां बनाएगा, जो उनकी सुरक्षा कर सके.
राहुल कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के तहत राकांपा (शरद पवार) प्रमुख शरद पवार और शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत के साथ महाराष्ट्र के नासिक जिले के चंदवाड में किसान रैली को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने सत्ता में आने पर किसानों के लिए ऋण माफी, किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए फसल बीमा योजना के पुनर्गठन, निर्यात आयात नीतियों के निर्माण में फसल की कीमतों की रक्षा करने और कृषि को जीएसटी से बाहर करने की कोशिश करने तथा सिर्फ एक कर पर काम करने का वादा किया.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने स्वामीनाथन समिति की रिपोर्ट के अनुसार, न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को कानूनी गारंटी देने के कांग्रेस के वादे को भी दोहराया. कांग्रेस नेता ने दावा किया कि केंद्र सरकार ने उद्योगपतियों का 16 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया है. गांधी ने कहा, यह राशि मनरेगा के 24 वर्षों के (बजट के) बराबर है, जिसके तहत गरीब लोगों को रोजगार देने के लिए हर साल 35 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाते हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की अगुवाई वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की पिछली सरकार ने किसानों का 70 हजार करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया था.
केंद्र किसानों के प्रति उदासीन राहुल गांधी ने रैली के दौरान ‘अग्निपथ’ योजना की आलोचना करते हुए कहा कि अग्निवीरों को न पेंशन मिलेगी और न शहीद का दर्जा. उन्होंने कहा, जैसे सैनिक हमारे देश की सीमाओं की रक्षा करते हैं, वैसे ही किसान देश में नागरिकों की रक्षा करते हैं. अगर हम अपने जवानों और किसानों की रक्षा नहीं करते हैं, तो देश प्रगति नहीं कर सकता है. राकांपा (एसपी) नेता शरद पवार ने किसान और कृषि क्षेत्र की दशा को लेकर केंद्र सरकार पर उदासीन रवैया अख्तियार करने का आरोप लगाया. शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा कि महा विकास आघाडी (एमवीए) लोगों के हितों के लिए संघर्ष में राहुल गांधी के साथ हैं.