दुनिया के टॉप 150 विश्वविद्यालयों में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी बॉम्बे ) शामिल हो गया है. आईआईटी बांबे ने क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2024 में 149वां स्थान हासिल किया है. पिछले साल क्यूएस रैंकिंग में आईआईटी बॉम्बे को 172वें स्थान पर रखा गया था. आईआईटी बॉम्बे ने अपनी सर्वोच्च रैंक हासिल की है. आठ वर्षों में यह पहली बार है कि किसी भारतीय उच्च शिक्षा संस्थान ने टॉप 150 की सूची में अपनी जगह पक्की की है. साल 2016 में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु ने क्यूएस रैंकिंग में 47वीं रैंकिंग हासिल की थी.
श्रेष्ठ 10 भारतीय संस्थान
- रैंक 149 भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे
- रैंक 197 – भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली
- रैंक 225 – भारतीय विज्ञान संस्थान
- रैंक 271 – भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर (आईआईटी-केजीपी)
- रैंक 278 – भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर (आईआईटीके)
- रैंक 285 – भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास (आईआईटीएम)
- रैंक 364 – भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान गुवाहाटी (आईआईटीजी)
- रैंक 369 – भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रूड़की (आईआईटीआर)
- रैंक 407 – दिल्ली विश्वविद्यालय
- रैंक 427 – अन्ना यूनिवर्सिटी
विदेशी विश्वविद्यालयों को भारत में परिसर स्थापित करने की अनुमति देने वाले नियमों को जल्द जारी किया जाएगा. इसे अंतिम रूप दिया जा रहा है और 15 जुलाई से पहले जारी किया जा सकता है. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा इसे तैयार किया जा रहा है. भारतीय रिजर्व बैंक सहित विभिन्न प्रमुख मंत्रालयों और एजेंसियों के साथ परामर्श अंतिम चरण में है. कई अमेरिकी विश्वविद्यालय और संस्थानों ने भारत में शिक्षा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने की इच्छा जताई है. भारत चाहता है कि प्रमुख संस्थान यहां अपना परिसर खोलें. कई स्तरों पर विदेशी विश्वविद्यालयों से सहयोग बढ़ाने की कवायद की जा रही है.
यूजीसी ने इस साल जनवरी में विदेशी विश्वविद्यालयों को भारत में परिसर खोलने की अनुमति देने वाले मसौदा नियम जारी किए थे.