
इंदौर. सेना में सेवा का जज्बा रखने वाले बुजुर्ग बलवीर सिंह छाबड़ा (73) ने दुनिया को अलविदा कह दिया. वह बचपन से सेना में जाने की चाह रखते थे. सेना में नहीं जा पाए तो कार्यक्रमों में सेना की वर्दी में हाथों में तिरंगा लेकर देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति देते थे.
शुक्रवार सुबह ऐसी ही प्रस्तुति देते समय दिल ने दगा दिया और यह ‘फौजी’ चल बसा. लोग अभिनय समझकर तालियां बजाते रहे. इंदौर के फूटी कोठी में अग्रसेन धाम पर आस्था योग क्रांति अभियान की ओर से आयोजित नि:शुल्क योग शिविर में देशभक्ति गीत ‘मां तुझे सलाम’ पर प्रस्तुति देते समय बिजनेसमैन छाबड़ा का हार्ट अटैक से निधन हो गया. वह तिरंगा लहराते हुए गाने के अंत में लडखड़ाए और जमीन पर लेट गए. स्पीकर पर गाना गूंज रहा था और लोग तालियां बजा रहे थे. लोगों को लगा कि वह एक्टिंग कर रहे हैं. गाना समाप्त होने के बाद उनके शरीर में हरकत नहीं होने पर साथियों ने पास जाकर देखा तो चौंक गए. छाबड़ा को सीपीआर दी, जिससे होश आया. उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.
मां तुझे सलाम…
हमेशा देशभक्ति गीतों पर देते थे प्रस्तुति: योग शिविर के आयोजक आर.के. जैन ने बताया कि 2008 में बलवीर सिंह छाबड़ा की बाईपास सर्जरी हुई थी. छाबड़ा के पुत्र जगजीत सिंह ने बताया कि वह हमेशा देशभक्ति गीतों पर कार्यक्रमों में प्रस्तुति देते थे, इसलिए सभी उन्हें फौजी के नाम से बुलाते थे. रीजनल पार्क मुक्ति धाम पर उनका अंतिम संस्कार किया गया. परिजनों ने उनकी इच्छा अनुसार नेत्र और त्वचा दान कर दी.
खूब हंसाते थे: बलवीर तिरंगा लेकर शहर के चौराहों पर देशप्रेम का जज्बा जगाते थे. लोग उन्हें लॉफ्टर किंग कहते थे. वह साथियों को खूब हंसाते थे.