
लखनऊ. अयोध्या में बनने वाले राम पथ और भक्ति पथ नवंबर 2023 में जनता के चलने लायक बना दिए जाएंगे. इन निर्माण कार्यों को पूरा कराने के लिए 1000 अतिरिक्त मजदूरों को लगाया जाएगा. अयोध्या में 32265 करोड़ रुपये की लागत से विभिन्न तरह के विकास कराए जा रहे हैं.
भक्ति पथ का महत्व अयोध्या में राम पथ और भक्ति पथ का काफी महत्व है. रामपथ सआदतगंज से नयाघाट तक बनाया जा रहा है. भक्ति पथ अयोध्या मुख्य मार्ग से हनुगढ़ी होते हुए श्रीराम जन्म भूमि तक है. जन्मभूमि पथ सुग्रीव किला से श्रीराम जन्मभूमि मंदिर मार्ग तक है. अयोध्या के लिए इन सभी मार्गों का काफी महत्व है. श्रीराम मंदिर जाना हो या फिर भक्ति में लीन होना हो, यही मार्ग श्रद्धालुओं के लिए सहारा बनेंगे. राज्य सरकार चाहती है कि नवंबर-2023 तक इनका काम हरहाल में पूरा हो जाए.
तीन शिफ्टों में होगा काम मौजूदा समय इन पथों को बनाने के लिए 250 मजदूर लगे हुए हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि 1000 अतिरिक्त मजदूर लगाते हुए तीन शिफ्टों में काम कराया जाए, जिससे तय समय में ये सभी काम पूरे हो जाएं.
रामनवमी पर चलेंगी 10 ई-बसें अयोध्या को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए खासकर रामनवमी पर 10 ई-बसें चलाई जाएंगी. बसों के लिए चार्जिंग स्टेशन की सुविधा भी दी जाएगी. अयोध्या में राम नवमी के दिन देश-दुनिया से लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं. डीजल, पेट्रोल की टैक्सी के चलने से प्रदूषण बढ़ जाता है. इसीलिए राम नगरी को प्रदूषण से मुक्त करने के लिए ये इंतजाम किए जा रहे हैं.