
सपा प्रमुख अखिलेश यादव को सीबीआई ने अवैध खनन के मामले में नोटिस जारी किया गया है. अखिलेश को कल यानी 29 फरवरी को दिल्ली में पेश होने के लिए समन दिया गया है. अखिलेश को इस मामले में बतौर गवाह पेश होना है. यह मामला अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री रहने के दौरान का है. उस समय अखिलेश यादव के पास ही खनन मंत्री का भी प्रभार था. इस मामले में रोक के बाद भी खनन का ठेका देने का आरोप है. 2016 से इस खनन घोटाले की जांच चल रही है. हाईकोर्ट ने इस मामले की जांच का आदेश दिया है.
पहली बार अखिलेश यादव को किसी मामले में सीबीआई का समन भेजा गया है. मामला जा रहा है सपा अब इस मामले को गरमाएगी. लोकसभा चुनाव से ठीक पहले समन को राजनीतिक नजरिए से भी देखा जा रहा है. अखिलेश यादव इससे पहले भी मोदी सरकार पर सीबीआई और ईडी के गलत इस्तेमाल का आरोप लगाती रही है. सपा के नेता ने इसे राजनीति से प्रेरित बताया है. कहा कि चुनाव से ठीक पहले सीबीआई और ईडी इसी तरह से एक्टिव हो जाती है.
हाईकोर्ट ने 28 जुलाई 2016 को आदेश दिया था जिसके बाद सीबीआई ने मामला दर्ज किया था जिसमें डीएम हमीरपुर, जियोलॉजिस्ट, माइनिंग ऑफिसर, क्लर्क, लीज होल्डर और प्राइवेट और अज्ञात लोगों के खिलाफ 120 बी, 379, 384, 420, 511 मामला दर्ज किया था.
5 जनवरी 2019 को 12 जगहों रुप सीबीआई ने छापे भी मारे थे और काफी कैश और गोल्ड बरामद हुआ था. इस मामले में सीबीआई ने अखिलेश को 29 फरवरी को विटनेस के तौर पर सीबीआई ने सीआरपीसी 160 के तहत गवाह के तौर पर बुलाया है. माइनिंग लैंड की फ़्रेश लीज, रिन्यू करने का मामला सीबीआई जांच कर रही है.