केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने शनिवार को कहा कि पिछले आठ सालों में देश ने विकास और अर्थव्यवस्था (Economy) के मामले में शानदार काम किया है. साल 2025 तक निश्चित रूप से भारत (India) 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा. शाह शनिवार को सीमेंट प्रमुख इंडिया सीमेंट्स लिमिटेड के प्लेटिनम जुबली समारोह को संबोधित कर रहे थे.
कार्यक्रम में वैश्विक वित्तीय फर्म मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट का हवाला दिया. इस रिपोर्ट के अनुसार, भारत 2027 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. शाह ने कहा कि हमारे देश का बुनियादी ढांचा महत्वपूर्ण है. प्रधानमंत्री मोदी पारदर्शी और जबरदस्त प्रभावी नीतियों के कारण पिछले आठ सालों में देश ने बहुत कुछ हासिल किया है.
आर्थिक मोर्चे पर शाह ने कहा कि भारत $ 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अच्छी तरह से बढ़ रहा है और मॉर्गन स्टेनली का हवाला देते हुए कहा कि देश 2025 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. देश में राजनीतिक स्थिरता और भ्रष्टाचार मुक्त शासन के कारण भारत तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बन गया है. आईएमएफ ने भारत की अर्थव्यवस्था को एक अंधेरे क्षेत्र में एक उज्ज्वल स्थान कहा है. उसने भविष्यवाणी की है कि भारत 2022-23 में 6.8% जीडीपी के साथ जी20 में दूसरे स्थान पर होगा और 2023-24 में जी20 में 6.1% जीडीपी के साथ पहले स्थान पर होगा.
अपने संबोधन में केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि कोई भी संस्था अपने क्षेत्र में लीडर के रूप में उभरती है तभी 75 साल की उसकी यात्रा समाप्त होती है. उन्होंने कहा कि खेल संगठन में पारदर्शिता लाने, संभावनाओं को एक्सप्लोर करने और खिलाड़ियों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए श्रीनिवासन जी ने एक नया रास्ता दिखाया है.
अमित शाह ने कहा कि किसी भी देश को विकसित होने के लिए मूल ज़रूरत है कि उसका इन्फ्रास्ट्रक्चर अच्छा होना चाहिए और इसके लिए ज़रूरी है कि देश सीमेंट के उत्पादन में आत्मनिर्भर बने. उन्होंने कहा कि इंडिया सीमेंट ने सीमेंट के क्षेत्र में संस्थापक उद्योग के नाते बहुत बड़ा योगदान देकर 15.5 मिलियन टन की क्षमता और 10 फैक्ट्री के साथ खुद को इस क्षेत्र की सबसे अग्रणी कंपनियों में से एक बनाया है. पिछले 8 वर्षों में देश के विकास और अर्थतंत्र को मज़बूत करने की दिशा में बहुत अच्छा काम किया गया है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 में भारत 5 ट्रिलियन डॉलर वाली अर्थव्यवस्था अवश्य बन जाएगा क्योंकि 8 सालों में भारत की अर्थव्यवस्था ब्रिटेन को पीछे छोड़कर दुनिया में 11वें स्थान से 5वें स्थान पर आ गई है. उन्होंने कहा कि हाल ही में आई मॉर्गन-स्टेनली की रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2027 में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा और इसके लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर बहुत ज़रूरी है. शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार कई क्षेत्रों में पारदर्शी नीतियां लाकर अनेक संभावनाओं के द्वार खोले हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने रक्षा क्षेत्र में निवेश लाने की सबसे अधिक संभावना तमिलनाडु को दी है और इसका एक बेहतरीन उदाहरण तमिलनाडु डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर है जिसमें चेन्नई, तिरूचिरापल्ली, कोयम्बटूर, सलेम और होसुर शामिल हैं. श्री शाह ने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में देश में हर क्षेत्र में पिछले 8 सालों में पारदर्शी नीतियों के कारण कई उपलब्धियां हासिल की गई हैं.
अमित शाह ने कहा कि शोध और अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए भी केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार कई क्षेत्रों में नई नीतियां लाई है. उन्होंने कहा कि कोविड की वैश्विक महामारी के दौरान भारत कुछ चुनिन्दा देशों में से था जिन्होंने सबसे पहले स्वदेशी वैक्सीन बनाई और आज तक हम 225 करोड़ टीके लगा चुके हैं. शाह ने कहा कि 85 देशों को वैक्सीन भेजकर दुनिया को भी सुरक्षित करने का काम भारत ने किया है. उन्होंने कहा कि देश की 60 करोड़ जनता का देश की अर्थव्यवस्था में कोई योगदान नहीं था लेकिन नरेन्द्र मोदी सरकार ने इन 60 करोड़ लोगों को शौचालय, बिजली, घर, गैस सिलिंडर और 5 लाख रूपए तक का स्वास्थ्य का खर्च उठाने का काम किया है. उन्होंने कहा कि इसके कारण इन 60 करोड़ लोगों का जीवनस्तर ऊपर उठा है और अब एस्पिरेशन के साथ ये लोग देश की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए देश के साथ जुड़े हैं. शाह ने कहा कि इन 60 करोड़ लोगों के जीवन में जीने की जीजिविषा जगाने का इतना बड़ा काम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया है.
केन्द्र की मोदी सरकार ने तमिलनाडु के विकास को हमेशा प्राथमिकता दी है. वर्ष 2009-14 में जहां तमिलनाडु को टैक्स डेव्यूलेशन के 62 हजार करोड़ रुपये मिलते थे लेकिन पिछले पांच सालों में 91 फीसदी की वृद्धि के साथ अब 1,19,455 करोड़ रुपये तमिलनाडु को मिल रहे हैं. उन्होंने कहा कि ग्रांट-एन-एड को 171 फीसदी की वृद्धि के साथ 35 हजार करोड़ रुपये से बढ़ाकर 95,734 करोड़ रुपये कर दिया गया. वित्तीय वर्ष 2009-10 में तमिलनाडु को वित्त आयोग का अनुदान 928 करोड़ रुपये था जो वित्तीय वर्ष 2022-23 में बढ़कर 6 हजार करोड़ रुपये हो गया. उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने तमिलनाडु में नेशनल हाइवे पर वार्षिक 8700 करोड़ रुपये खर्च किए हैं. शाह ने कहा कि भारतमाला परियोजना के तहत 91,570 करोड़ रुपये के 2,800 किमी से अधिक के सड़क प्रोजेक्टस् को अप्रूव कर काम शुरु किया गया है और भारत सरकार ने 47,589 करोड़ रुपये के अन्य 64 प्रोजेक्टस् तमिलनाडु को दिए हैं. राज्य में एक हजार मेगावाट की नेवेली थर्मल विद्युत परियोजना शुरु की गयी है और चेन्नई मैट्रो फेज-1 का विस्तार 3,770 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है और इसके साथ ही नरेंद्र मोदी सरकार ने तमिलनाडु को 1450 सीटों के साथ 11 नये मेडिकल कॉलेज भी दिए हैं. तमिल भाषा और इसका व्याकरण विश्व की सबसे पुरानी भाषाओं और व्याकरण में से एक है और इसे बढ़ावा देकर समृद्ध करना पूरे देश की जिम्मेदारी है. उन्होंने तमिलनाडु सरकार से अनुरोध किया कि अन्य राज्यों की तरह यहां भी मेडिकल कॉलेजों में तमिल भाषा में पढ़ाई की शुरुआत करे ताकि तमिल मीडियम में पढ़ने वाले बच्चों को मेडिकल साइंस समझने में आसानी हो और वे इस क्षेत्र में रिसर्च और डेवलपमेंट कर देश में अपना योगदान दे सकें. उन्होंने कहा कि अगर तमिलनाडु सरकार मेडिकल और इंजीनियरिंग में तमिल भाषा में पढ़ाई पर ध्यान देगी तो ये तमिल भाषा की बहुत बड़ी सेवा होगी.