
धार (मध्यप्रदेश). भोजशाला में एएसआई के वैज्ञानिक सर्वे के 80वें दिन रविवार को भगवान गणेश, मां वाग्देवी की खंडित प्रतिमा मिली. इसके साथ ही करीब 50 तरह के अवशेष और मूर्तियां निकली हैं. हिन्दू पक्ष का दावा है कि सर्वे के दौरान बंद कमरे को खोला गया.
जीपीआर मशीन की जांच के बाद फर्श हटाकर मिट्टी हटाई तो गणेशजी और वाग्देवी की खंडित प्रतिमा मिली. हिन्दू पक्ष के याचिकाकर्ता आशीष गोयल ने इसे ऐतिहासिक दिन बताया है. उन्होंने कहा, महिषासुर मर्दिनी, मां पार्वती, भगवान हनुमान और भैरव नाथ सहित तमाम तरह की मूर्तियां, शिखर, स्तंभ और दीवार के अवशेष मिले. उत्तरी हिस्से में मिट्टी हटाए जाने के दौरान 6 अवशेष निकले. दिनभर में ही 79 अवशेष मिले हैं. एएसआई ने फोटो और वीडियोग्राफी कराई है.
मुस्लिम पक्ष बोला-बाद में रखे गए अवशेष
भोजशाला के भीतर से निकले अवशेषों पर मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद ने कहा कि ये बाद में यहां रखे गए थे. उन्होंने आपत्ति जताते हुए एएसआई की सूची में भी इन अवशेषों के रखे जाने वाले साल को शामिल कराने की बात कही है.
अयोध्या-काशी के बाद तीसरा बड़ा सर्वे
श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या और काशी विश्वनाथ मंदिर के पास ज्ञानवापी के बाद तीसरा बड़ा वैज्ञानिक सर्वेे भोजशाला में हो रहा है. यहां हिंदू पक्ष मालिकाना हक का दावा करते हुए परिसर सौंपने की मांग कर रहा है. इस पर इंदौर हाईकोर्ट ने भोजशाला के इतिहास से पर्दा उठाने के लिए वैज्ञानिक सर्वे के आदेश दिए हैं.