लगातार छठे साल अयोध्या में होने वाले दीपोत्सव की तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं. अयोध्या दीपोत्सव की भव्यता और आकर्षण बनाने के लिए लेजर लाइटों का इस्तेमाल किया गया है. इस बार का दीपोत्सव पिछले साल से भी ज्यादा आकर्षण होगा. अयोध्या में इस बार 17 लाख दिए बिछाए जाएंगे. 23 अक्टूबर को मनाए जाने वाले दीपोत्सव में शामिल होने के लिए इस बार पीएम नरेंद्र मोदी पहुंचेंगे. उनके साथ सीएम योगी पर अयोध्या में आयोजित दीपोत्सव में भाग लेने आएंगे. पीएम मोदी के पहुंचने से पहले एसपीजी ने अयोध्या में डेरा जमा लिया है. राम की पैड़ी पर इस बार 15 लाख दीपकों को जलाया जाएगा, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है. पिछले साल इन दीपकों की संख्या केवल नौ लाख ही थी.
दीपोत्सव में सरयू तट पर रेत पर रामायण कालीन आकृतियां दिखेंगी. अयोध्या सरयू तट पर स्थित वीवीआईपी सरयू अतिथि गृह के सामने वाराणसी से आए काशी विद्यापीठ फाइन आर्ट्स विभाग के छात्र ये कलाकृतियां उकेर रहे हैं. 20 छात्रों का दल पिछले दो दिनों से यहां डेरा डाले हैं. छात्रों के प्रमुख रूपेश सिंह ने बताया कि इसमे सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कृति उकेरी जाएगी. इसके बाद भगवान राम के लंका विजय के बाद अयोध्या आगमन के समय से विभिन्न प्रसंगों को दिखाया जाएगा.इसमें भगवान राम के पुष्पक विमान से आगमन, केवट अनुराग का प्रसंग, भरत मिलाप व चरण वंदना के माध्यम से जीवंत किया जाएगा. भगवान राम के अयोध्या आगमन प्रजा की महिलाओं द्वारा ढिंढोरा पिटवाना, माताओं द्वारा आरती उतारना और राम दरबार की झांकी समेत अयोध्या में दीपोत्सव के प्रसंगों का चित्रण किया जाएगा.
यूपी सरकार ने दीपोत्सव की तैयारियां पूरी कर ली हैं. दीपोत्सव के दिन साकेत महाविद्यालय से नया घाट चौराहे तक शोभायात्रा निकलेगी जिसमें 16 झाकियां होंगी. इनमें राम जन्मभूमि मॉडल, काशी कॉरिडोर, विजन 2047, 1090 और भगवान राम के जन्मकाल से लेकर राज्याभिषेक तक की यात्रा रहेगी. रामायण कालीन शिक्षा पर आधारित झांकियों को दिखाने के लिए संबंधित कलाकार 16 रथों पर सवार होंगे. ये अपनी कला के जरिए रामायण कालीन दृश्यों को जीवंत करेंगे. इसके अलावा पूरे देश से आए कलाकार रथ के आसपास नृत्य करते चलेंगे.
11 झांकियां सूचना विभाग की होगी
इस बार 11 झांकियां सूचना विभाग की ओर से निकलेंगी. वहीं पांच झांकियां डिजिटल होंगी. डिजिटल झांकी पर्यटन विभाग निकालेगा जो खुले रथ पर होंगी. इनमें भी रामायण कालीन दृश्यों के अलावा राम मंदिर का मॉडल और 2047 अयोध्या के विकास का मॉडल पेश किया जाएगा. अयोध्या शोध संस्थान के प्रशासनिक अधिकारी राम तीरथ ने बताया कि इस बार दीपोत्सव में कई राज्य के कलाकारों को शोभायात्रा में सहभागिता करने का अवसर मिलेगा. शोभायात्रा साकेत महाविद्यालय से सुबह 9 बजे निकलेगी, जो दोपहर 1 बजे दीपोत्सव स्थल पहुंचेगी.