![महिला वकील के देरी से पहुंचने पर नाराज जज ने एसपी ट्रैफिक को ही अदालत में कर लिया तलब 1 aamaadmi.in](https://i0.wp.com/www.aamaadmi.in/wp-content/uploads/2022/09/allahabad-highcourt.jpg?resize=780%2C470&ssl=1)
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज (Prayagraj) में एक दिलचस्प मामला हुआ है. इलाहाबाद हाई कोर्ट (Allahabad High Court) में एक मामले की सुनवाई के दौरान महिला वकील के देरी से पहुंचने पर जज नाराज हो गए. महिला वकील ने देरी के लिए ट्रैफिक जाम को कारण बताया तो नाराज जज ने प्रयागराज के एसपी ट्रैफिक को अदालत में तलब होने का आदेश जारी कर दिया.
एसपी ट्रैफिक को 23 सितंबर को निजी रूप से कोर्ट में पेश होने के लिए कहा गया है. साथ ही उन्हें हाई कोर्ट के आसपास के इलाके को जाम फ्री बनाने और पार्किंग तक बिना परेशानी के एंट्री मिलने की योजना भी बनाकर लाने का आदेश दिया गया है.
एक महिला के भरण-पोषण मामले की थी सुनवाई
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जस्टिस सौरभ श्याम शमशेरी की डिविजन बेंच में तैयबा नाम की एक महिला के मामले की सुनवाई चल रही है. महिला ने अपने पति पर भरण-पोषण खर्च के लिए मुकदमा कर रखा है. इस मुकदमे की निचली अदालत में त्वरित सुनवाई की मांग लेकर महिला ने हाई कोर्ट में याचिका दाखिल कर रखी है.
हाई कोर्ट के आसपास बेतरतीब वाहन पार्किंग से होता है जाम
तैयबा के मामले की सुनवाई के लिए बुधवार को उनकी वकील सहर नकवी हाई कोर्ट बेंच के सामने देरी से पहुंचीं. उन्हें शाम 4 बजे से पहले कोर्ट पहुंचना था, ताकि अभियोजन के अभाव में उनका मामला खारिज न किया जा सके. इसके बजाय वे देरी से पहुंचीं और कोर्ट से सुनवाई की गुहार की.
नकवी ने जज को बताया कि हाईकोर्ट के आसपास लोग अपने वाहन बेतरतीब ढंग से पार्क कर देते हैं. इस बेतरतीब पार्किंग के कारण जमा लगा रहता है. इसी कारण उन्हें अपनी कार हाईकोर्ट के गेट से लगभग एक किमी दूर खड़ी करनी पड़ी. इसके बाद वे दौड़ती हुईं कोर्ट पहुंची हैं. नकवी ने कोर्ट को बताया कि इस दौरान सड़क पर तैनात पुलिसकर्मी वाहनों का जाम खुलवाने और पार्किंग की सुचारू व्यवस्था करने में नाकाम दिखाई दिए. इसी कारण वे सुनवाई के लिए देर से पहुंची हैं.
एक अन्य एडवोकेट ने भी किया समर्थन
ट्रैफिक के हालात पर एक अन्य सीनियर एडवोकेट अमरेंद्र नाथ सिंह ने भी सहर नकवी का समर्थन किया. सिंह ने हाई कोर्ट बेंच से इस मामले में आदेश जारी करने की मांग की. इस पर जस्टिस शमशेरी ने 23 सितंबर को सुबह 10 बजे की तारीख ट्रैफिक के हालात पर अलग से सुनवाई के लिए तय कर दी और प्रयागराज के एसपी ट्रैफिक को समन भेजकर निजी रूप से पेश होने का आदेश दिया. एसपी ट्रैफिक को हाईकोर्ट के आसपास यातायात और पार्किंग के प्रबंधन के लिए उपयुक्त योजना के साथ पेश होने के लिए कहा गया है.