
इन दिनों बाल संत के नाम से मशहूर 10 वर्षीय अभिनव अरोड़ा की चर्चा चारों ओर हो रही है। हाल ही में एक धार्मिक समारोह में, जहां वह राम नाम का जयकारा लगा रहे थे, एक अप्रत्याशित मोड़ आ गया। मंच पर ताली बजाते हुए अचानक स्वामी रामभद्राचार्य ने उन्हें टोक दिया और कहा, “नीचे उतारिए इनको, मेरी भी एक मर्यादा है।” इस घटना ने सबका ध्यान खींचा और इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया।
स्वामी रामभद्राचार्य ने एएनआई से बातचीत में इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “बहुत मूर्ख लड़का है, वह कहता है कि श्री कृष्ण भगवान उसके साथ पढ़ते हैं। क्या भगवान कृष्ण उसके साथ पढ़ेंगे? मैंने तो वृंदावन में भी उसे खूब डांटा था।”
क्या है पूरा मामला?
यह सब तब शुरू हुआ जब अभिनव अरोड़ा ने स्वामी रामभद्राचार्य की सभा में प्रवेश किया। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि मंच पर एक व्यक्ति स्वामी से बातचीत कर रहा था, तभी अभिनव वहां पहुंचे और जोर से जयकारा लगाने लगे। स्वामी को यह बर्ताव अस्वीकार्य लगा, और उन्होंने तुरंत निर्देश दिया कि उन्हें मंच से नीचे उतारा जाए।
इस वीडियो के वायरल होने के बाद लोगों के बीच मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। कुछ ने अभिनव को “फ्रॉड” करार दिया, तो कुछ ने आरोप लगाया कि उनके माता-पिता ने उन्हें “फर्जी बाबा” बना दिया है। वहीं, कुछ लोग वाकई में इस बच्चे को संत मानते हैं।
अभिनव अरोड़ा को सभी जानते हैं आज कल.. लेकिन जो अभी अभी हुआ है शायद वो नहीं जानते होंगे
अभिनव अरोड़ा के माता-पिता ने अपने बेटे की रील बनाने के लिए महाराज रामभद्राचार्य जी के मंच का फायदा उठाने की कोशिश की,
लेकिन महाराज जी ने अपनी अंतर्दृष्टि से उनकी चालाकी को भांप लिया और… pic.twitter.com/zwJu41T89R
— बीपीएससी शिक्षक बहाली,बिहार (@ShikshakBahali) October 24, 2024
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सोशल मीडिया का प्रभाव
सोशल मीडिया पर अभिनव के वीडियो लगातार वायरल हो रहे हैं। विभिन्न विचारधाराओं के बीच बहस छिड़ गई है—कुछ लोग उनकी भक्ति की सराहना कर रहे हैं, जबकि अन्य उनकी आलोचना कर रहे हैं।