
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने एक व्यापक और सूक्ष्म प्रबंधन योजना तैयार की है। पिछले चुनावों में अपनी हार को ध्यान में रखते हुए, पार्टी ने इस बार हर सीट पर अधिक वोट हासिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस रणनीति के मुख्य तत्व निम्नलिखित हैं:
- केंद्रीय मंत्रियों की जिम्मेदारियां: बीजेपी ने केंद्रीय मंत्रियों को दो-दो सीटों की जिम्मेदारी सौंपी है। उदाहरण के लिए:
- पीयूष गोयल: दिल्ली कैंट और वजीरपुर
- धर्मेंद्र प्रधान: मालवीय नगर और ग्रेटर कैलाश
- गजेंद्र सिंह शेखावत: नरेला और बवाना
- इसके अलावा, उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक को आदर्श नगर और बुराड़ी जैसी सीटों का प्रभार दिया गया है।
- राज्य नेताओं की भागीदारी: बीजेपी ने दिल्ली में अन्य राज्यों के नेताओं को भी प्रचार में शामिल किया है। जैसे तेलुगु वोटरों को लुभाने के लिए आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के नेताओं को मैदान में उतारा जा रहा है। अन्य राज्यों जैसे उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, और कर्नाटक के नेताओं को भी सक्रिय किया गया है।
- माइक्रो मैनेजमेंट: पार्टी ने हर बूथ और क्षेत्र का बारीकी से विश्लेषण किया है। उन्होंने उन मतदाताओं की पहचान की है जिनकी जड़ें अन्य राज्यों में हैं, ताकि उन्हें बीजेपी के पक्ष में गोलबंद किया जा सके। विशेष रूप से उन मतदाताओं से संपर्क साधा जा रहा है जो कोरोना के दौरान दिल्ली से बाहर चले गए थे लेकिन उनका नाम अभी भी दिल्ली की मतदाता सूची में है।
- क्लस्टर आधारित रणनीति: बीजेपी ने विभिन्न क्षेत्रों के लिए क्लस्टर बनाए हैं, जैसे झुग्गी-झोपड़ी क्लस्टर और अवैध कॉलोनी क्लस्टर। इन क्लस्टरों के नेताओं को दिए गए निर्देश हैं कि वे मतदाता सूची का ध्यान रखें और संभावित मतदाताओं से संपर्क करें।
- उच्च लक्ष्य: पार्टी ने यह लक्ष्य निर्धारित किया है कि हर बूथ पर कम से कम 50% वोट उन्हें मिलें और पिछले चुनावों की तुलना में हर सीट पर 20,000 अधिक वोट प्राप्त करें।
- संकल्प पत्र-3: बीजेपी ने अपने घोषणापत्र का तीसरा संस्करण जारी करने की योजना बनाई है, जिसमें विशेष रूप से बिजली और पानी की समस्याओं के बड़े ऐलान किए जाएंगे।
बीजेपी का यह संपूर्ण और समर्पित प्रयास इस बार दिल्ली चुनाव में सफलता प्राप्त करने के लिए है, जबकि उनके विपक्षी दलों को ध्यान में रखते हुए वे अपनी रणनीतियों को और भी मजबूती से लागू कर रहे हैं।