प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पॉडकास्ट शो में अपने जीवन और करियर से जुड़े कई रोचक पहलुओं पर खुलकर बात की। यह उनके और निखिल कामथ के बीच की पहली बातचीत थी, जिसमें पीएम मोदी ने अपनी छात्र जीवन से लेकर राजनीति तक के अनुभव साझा किए।
साधारण विद्यार्थी की कहानी
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने छात्र जीवन के बारे में बात करते हुए कहा, “मैं बहुत ही साधारण विद्यार्थी रहा हूं।” उन्होंने बताया कि उनके शिक्षक उन्हें बहुत प्यार करते थे और उनका मार्गदर्शन उनके विकास में सहायक रहा। यह बात युवा छात्रों के लिए प्रेरणास्रोत हो सकती है कि विशेष योग्यताओं के बिना भी सफलता प्राप्त की जा सकती है।
राजनीति में अच्छे लोगों की आवश्यकता
जब राजनीति की बात आई, तो पीएम मोदी ने कहा कि हमें राजनीति में अच्छे लोगों के आने की आवश्यकता है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि “अच्छे लोग राजनीति में तभी आएं, जब उनके पास किसी महत्वाकांक्षा की बजाय एक मिशन हो।” यह एक महत्वपूर्ण संदेश है जो दिखाता है कि राजनीति में केवल सत्ता या पद की चाह नहीं, बल्कि समाज के उत्थान के लिए प्रयास होना चाहिए।
गलतियों की स्वीकार्यता
पीएम मोदी ने अपनी मानवता को स्वीकारते हुए कहा, “मैं भी एक मनुष्य हूं, कोई देवता नहीं। मुझसे भी गलतियां होती हैं।” यह बयान यह दर्शाता है कि हर व्यक्ति गलतियों से सीखता है और उन्हें सुधारने का प्रयास करता है। यह ज्ञान भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे लोग अपने आप को कमजोर महसूस नहीं करते, बल्कि अपनी गलतियों को सुधारने का दृढ़ संकल्प बनाते हैं।
यह पॉडकास्ट पीएम मोदी के जीवन के कई अनछुए पहलुओं को उजागर करता है और युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन सकता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि राजनीति में मिशन की भावना होनी चाहिए, और एक साधारण विद्यार्थी की कहानी के माध्यम से उन्होंने यह संदेश दिया कि सफलता किसी विशेष योग्यता पर निर्भर नहीं होती, बल्कि मेहनत, लगन और सही दृष्टिकोण पर निर्भर करती है।