
पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर बिहार के मधुबनी जिले में बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री का कार्यक्रम बिना किसी समारोह के आयोजित किया गया। इस हमले में कम से कम 26 लोग मारे गए हैं। प्रधानमंत्री ने कई परियोजनाओं की शुरुआत की और कुछ सेमी-हाई-स्पीड रेलगाड़ियों को हरी झंडी दिखाई। पहले एक छोटी जीप यात्रा की योजना बनाई गई थी, जिसमें प्रधानमंत्री बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ मंच पर लोगों का अभिवादन करने वाले थे। पहलगाम हमले के बाद वो योजना भी स्थगित कर दी गई। पहलगाम में आतंकियों की कायराना हरकत में मारे गए लोगों की याद में मधुबनी की सभा को शोकसभा के तौर पर मनाया जा रहा है।
पीएम मोदी ने पहलगाम हमले पर बोलना शुरू किया। कहा- आतंकियों ने बेरहमी से लोगों को मारा। आज पूरा देश दुखी है। जिनका इलाज चल रहा है वो जल्दी ठीक हों, इसके लिए सरकार पूरी कोशिश की रही है। इस हमले में किसी ने अपना भाई, अपना बेटा और अपना जीवनसाथी खोया। कोई मराठी था, कोई गुजराती था, कोई ओड़िया था, कोई कन्नड़ था तो कोई बिहार का बेटा था। हमारा दुख कश्मीर से कन्याकुमारी तक एक जैसा है। ये हमला सिर्फ निहत्थे पर्यटकों पर नहीं हुआ है। देश के दुश्मनों ने भारत की आत्मा पर हमला करने का दुस्साहस किया है। ये हमला करने वालों और इसकी साजिश रचने वालों (पाकिस्तान) को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी। अब आतंकियों की बची खुची जमीन को भी मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है।