
नई दिल्लीः इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांटो भारत के 76वें गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में भारत पहुंचे हैं। समारोह में शामिल होने के लिए वह भारत की राजकीय यात्रा पर आए हैं और शनिवार की सुबह दिल्ली स्थित राजघाट पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उन्होंने आगंतुक पुस्तिका पर भी हस्ताक्षर किए। उनके साथ विदेश राज्य मंत्री पाबित्रा मार्गेरिटा भी मौजूद थीं। इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम के बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “बापू की स्थायी विरासत को श्रद्धांजलि।”
भारत के साथ गहरे रिश्तों की प्रतिबद्धता
राष्ट्रपति सुबियांटो की यह पहली भारत यात्रा है। दिन के पहले चरण में उनका राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत किया गया। इस मौके पर राष्ट्रपति सुबियांटो ने कहा कि इंडोनेशिया भारत को एक मजबूत और भरोसेमंद मित्र मानता है। उन्होंने भारत के साथ घनिष्ठ सहयोग और रणनीतिक साझेदारी को और बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।
उन्हें भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में भारत द्वारा दिए गए समर्थन की याद दिलाते हुए राष्ट्रपति सुबियांटो ने कहा, “भारत वह पहला देश था जिसने हमारी स्वतंत्रता को मान्यता दी और हमारे संघर्ष में हमारा समर्थन किया। हम कभी नहीं भूलेंगे कि भारत ने हमें कैसे मदद दी।” उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें भारत आने पर गर्व महसूस हो रहा है और वह भारतीय गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने को लेकर सम्मानित महसूस कर रहे हैं।
भारत और इंडोनेशिया के बीच संबंधों की मजबूत नींव
भारत और इंडोनेशिया के बीच सैकड़ों वर्षों से मधुर और मित्रवत संबंध हैं। दोनों देशों के बीच एक व्यापक रणनीतिक साझेदारी है, जो दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण है। इंडोनेशिया भारत की एक्ट ईस्ट नीति और इंडो-पैसिफिक दृष्टिकोण का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, राष्ट्रपति सुबियांटो की इस राजकीय यात्रा से दोनों देशों के नेताओं को द्विपक्षीय संबंधों की व्यापक समीक्षा करने और आपसी हितों पर चर्चा करने का अवसर मिलेगा। साथ ही, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी बातचीत होगी।
#WATCH | Delhi: Prabowo Subianto, President of Indonesia lays a wreath at Raj Ghat and pays tribute to Mahatma Gandhi. pic.twitter.com/m16zDsYwFf
— ANI (@ANI) January 25, 2025
इस यात्रा से भारत और इंडोनेशिया के बीच रिश्तों को और प्रगाढ़ बनाने की उम्मीद है, जो दोनों देशों के लिए आर्थिक, सामरिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं।